दरअसल, बृहस्पतिवार को रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के नेेता और केंद्र सरकार में मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि वह भाजपा के चुनाव चिह्न पर इलेक्शन नहीं लड़ेंगे। उन्होंने प्रदेश की मौजूदा भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार से अपने राजनीतिक दल आरपीआई के लिए अलग सीटें मांगीं हैं।
15 हजार की स्कूटी पर 23 हजार का चालान करवाने के बाद दिनेश बोले अब… अठावले ने कहा कि भाजपा-शिवसेना ने अपनी सहयोगी पार्टियों को 18 सीटें देने का फैसला लिया है। इसमें आरपीआई ने 18 में से 10 सीटों की मांग की है। अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हम अपने चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे। हम नहीं चाहते हैं कि भाजपा के चुनाव चिह्न पर लड़ें।
टूरिस्ट स्पॉट बनेगा गुजरात को वह स्थान जहां पीएम मोदी बेचते थे चाय गौरतलब है कि बीते एक माह में शिवसेना ने भाजपा के सामने सीटों के बंटवारे को लेकर अनौपचारिक प्रस्ताव रखा। हालांकि भाजपा की तरफ से इसका कोई जवाब नहीं आया है।
अंदरखाने से खबरें है कि भाजपा चाहती है कि शिवसेना को 288 में से 100 सीटें ही दीं जाएं, और शिवसेना की मांग इससे ज्यादा की होगी।