रविवार को बनाई गई रणनीति इससे पहले रविवार शाम को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना विधायकों के अपने धड़े के साथ, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, भाजपा विधायकों और पार्टी के अन्य नेताओं के साथ मुंबई के एक होटल में फ्लोर टेस्ट की रणनीति बनाने के लिए बैठक की। आज विधानमंडल के विशेष सत्र के दूसरे दिन सोमवार को शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार को बहुमत परीक्षण का सामना करना है। भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया है कि शिंदे सरकार 166 वोटों के साथ बहुमत साबित करेगी।
सबसे कम उम्र के स्पीकर बने राहुल नार्वेलकर रविवार को शिंदे के नेतृत्व वाले खेमे और भाजपा ने रविवार को बड़ी जीत हासिल की क्योंकि भाजपा के राहुल नार्वेकर को अध्यक्ष चुना गया था। नार्वेकर सबसे कम उम्र के स्पीकर चुने गए। नार्वेकर ने 164 वोटों के साथ स्पीकर चुनाव जीता। दो सदस्य स्वास्थ्य कारणों से अनुपस्थित रहे बताए जा रहे हैं।
शिंदे सरकार को चाहिए 144 वोट वर्तमान में, 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 106 विधायक हैं और शिंदे गुट के 39 बागी शिवसेना विधायक तथा कुछ निर्दलीय विधायकों समेत शिंदे के नेतृत्व में बनी सरकार बहुमत में आगे चल रही है। बहाल ही में शिवसेना के एक विधायक की मृत्यु के बाद, विधानसभा की वर्तमान ताकत घटकर 287 हो गई, इस प्रकार बहुमत का आंकड़ा 144 है।
शिवसेना में जारी हुए हैं दो व्हिप दिलचस्प बात यह है कि एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना के दो गुटों के बीच चल रही लड़ाई के बीच, दोनों पक्षों ने पार्टी विधायकों को अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में वोट करने के लिए अलग-अलग व्हिप जारी किए। दोनों ने एक-दूसरे पर व्हिप का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत, जो उद्धव ठाकरे खेमे में हैं, ने कहा कि पार्टी के 39 विधायकों ने अपने व्हिप का पालन नहीं किया, उन्होंने राज्य विधानसभा से उनकी अयोग्यता की मांग की है। सावंत ने कहा कि हमारे 39 विधायकों ने हमारे व्हिप का पालन नहीं किया, और पार्टी के आदेश का पालन नहीं किया, इसलिए हमने नए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से उनकी अयोग्यता की मांग की है। बता दें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने… अजय चौधरी को समूह के नेता के रूप में चुना गया है।
अयोग्यता की कार्रवाई हो चुकी है शुरू वहीं शिंदे गुट की ओर से सदन के नेता चुने गए भरतशेत गोगावले ने कहा कि शिवसेना के 16 विधायकों ने व्हिप का उल्लंघन किया है। नरवेकर को समर्थन में कुल 164 वोट मिले और 107 शिवसेना उम्मीदवार के खाते में गए। अध्यक्ष चुनाव के दौरान, 12 सदस्य अनुपस्थित थे और 3 विधायक मतदान से दूर रहे। एएनआई से मामले में नवीनतम अपडेट के अनुसार, शिवसेना के उद्धव गुट ने शिंदे गुट के 16 विधायकों को अयोग्य घोषित करने के लिए कानूनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। दूसरी तरफ यही दावा शिंदे गुट की ओर से किया जा रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने आज सदन में कहा कि उन्हें शिवसेना के शिंदे धड़े के सचेतक भरतशेत गोगावाले का पत्र मिला है कि “16 विधायकों ने अपने व्हिप का उल्लंघन किया है और उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।” नार्वेकर ने कहा, मैंने इसे नोट कर लिया है। अगर शिवसेना उद्धव गुट के विधायक अयोग्य ठहराए जाते हैं तो आदित्य ठाकरे की विधायकी तो जाएगी ही, उद्धव की शिवसेना के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा हो जाएगा।
मेरे नेतृत्व में सरकार के गठन से कुछ लोगों की आंखें खुलीं शिंदे ने रविवार को एक मुख्यमंत्री के रूप में महाराष्ट्र विधानसभा के पटल पर अपने पहले संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फैसले के बाद भाजपा के पक्ष में अधिक सदस्य होने के बावजूद उन्हें सरकार का नेतृत्व करने दिया गया, इस फैसले से “कई लोगों की आंखें खुल गईं” है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार के पतन के बाद, अब राज्य में एक “भाजपा-शिवसेना सरकार” ने कार्यभार संभाला है जो कि पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के विश्वास पर आधारित है । शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने सोमवार के फ्लोर टेस्ट को विधायकों के लिए “नैतिकता परीक्षण” करार दिया।
सुबह 11 बजे से सदन की कार्रवाई होगी शुरू आज सुबह 11 बजे महाराष्ट्र विधानसभा की कार्यवाही शुरू होगी और बहुमत साबित करने के लिए शिंदे सरकार की तरफ से विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। जिसके बाद इस प्रस्ताव पर वोटिंग होगी। हालांकि बीजेपी को पूरा भरोसा है कि शिंदे सरकार भारी बहुमत से विश्वास हासिल कर लेगी। पूर्व मुख्यमंत्री और फिलहाल नई सरकार में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि हम 166 वोटों के साथ बहुमत साबित करेंगे।
राजन साल्वी हैं बहुमत से बहुत दूर भाजपा को ये विश्वास इसलिए भी है क्योंकि एक दिन पहले हुए विधानसभा स्पीकर के चुनाव में बीजेपी और शिंदे गुटे को भारी जीत मिली है। विधानसभा अध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में राहुल नार्वेकर को कुल 164 यानी जीत के लिए जरूरी 144 वोट से 20 वोट ज्यादा मिले थे। जबकि विपक्ष के उम्मीदवार राजन साल्वी को कुल 107 वोट ही मिले और राहुल नार्वेकर ने अपने प्रतिद्वंदी को 47 वोटों के बड़े अंतर से हरा दिया। इस तरह शिंदे सरकार ने अपनी पहली परीक्षा में महा विकास अघाड़ी को जबरदस्त पटखनी दी है। इसलिए बीजेपी समर्थित शिंदे कैंप का दावा है कि फ्लोर टेस्ट में भी सरकार बिना किसी परेशानी के भारी बहुमत से पास हो जाएगी।
रविवार को नए स्पीकर ने दे दिया उद्धव गुट को झटका एकनाथ शिंदे गुट-भाजपा सरकार के महत्वपूर्ण विश्वास मत से एक दिन पहले 3 जून को ही उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा है। रविवार रात महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया है। स्पीकर राहुल नार्वेकर के कार्यालय द्वारा जारी एक पत्र ने शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में बहाल किया गया और ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे से भरत गोगावाले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया। विधानसभा में शिवसेना के ऑफिस को भी फिलहाल सील कर दिया गया है।