जहां तक एनसीपी नेताओं की बात है तो अनिल देशमुख गृह विभाग, अजित पवार को वित्त व नियोजन, जयंत पाटिल को जल संसाधन(सिंचाई,छगन भुजबल को फूड और सिविल सप्लाई,दिलिप वाल्से पाटिल को एक्साइज एंड लेबर,जितेंद्र अवहाद आवास,राजेश तोपे को स्वास्थ्य, राजेंद्र शिंगने को खाद्य एवं औषधि प्रशासन, धनंजय मुंडे को सामाजिक न्याय,
दूसरी तरफ कांग्रेस के नेताओं में नितिन राउत ऊर्जा, बालासाहेब थोराट को राजस्व,वर्षा गायकवाड़ को स्कूली शिक्षा,यशोमति ठाकुर को महिला और बाल कल्याण, केसी पाडवी को आदिवासी विकास,सुनील केदार को डेयरी विकास व पशुसंवर्धन, विजय वड्डेटीवार ओबीसी कल्याण, असलम शेख कपड़ा और बंदरगाह तो अमित देशमुख स्वास्थ्य, शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है।
शिवसेना के मंत्रियों के कोटे में आदित्य ठाकरे को पर्यावरण और पर्यटन,एकनाथ शिंदे को नगर विकास,सुभाष देसाई को उद्योग, संजय राठोड़ को वन, दादा भुसे को कृषि, अनिल परब को परिवहन और संसदीय कार्य, संदीपान भुमरे रोजगार हमी, शंकरराव गडाख जल संरक्षण, उदय सामंत को उच्च व तकनीकी शिक्षा और गुलाब राव पाटिल को जलापूर्ति विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अपको बता दें कि बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने शनिवार को पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने महाराष्ट्र में पोर्टफोलियो वितरण पर भी चर्चा की थी।इससे पहले नवंबर में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, वहीं उन्हीं के साथ कांग्रेस के दो विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली थी।पिछले हफ्ते हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कांग्रेस के कोटे से और 10 विधायकों को मंत्री बनाया गया था।