चंद्रयान-2: विक्रम लैंडिंग साइट के पहले-बाद की स्थिति चलेगी पता, नासा जारी करेगा तस्वीरें इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार असम में एनआरसी लागू करने में कामयाब हो गई लेकिन वह पश्चिम बंगाल में लोगों की आवाज नहीं दबा सकती। ममता ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह एनआरसी के जरिए लोगों को बांट रही है।
एनसीआर के खिलाफ ममता की रैली शहर के सिंथी मोरे से शुरू होकर श्यामबाजार में समाप्त हुई। इस समय उनके साथ टीएमसी नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। इस मौके पर ममता ने कहा कि- ‘आप (केंद्र सरकार) ने असम में जैसे अपनी पुलिस का इस्तेमाल करते हुए किया, उस तरह बंगाल के लोगों का मुंह बंद नहीं कर पाएंगे। आप हमें धर्म का उपदेश देते हैं, मानो कि हम ईद, दुर्गा पूजा, मोहर्रम और छठ पूजा नहीं मनाते। ममता ने कहा कि मैं धर्म और हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय की भलाई के लिए एनआरसी से सहमत नहीं हूं।’
PoK पर बोले आर्मी चीफ बिपिन रावत, कहा- ‘सरकार ले फैसला, सेना है तैयार’ उन्होंने कहा कि ‘एनआरसी की अंतिम सूची से 19 लाख लोग बाहर हो गए हैं। इसमें हिंदू, मुस्लिम और बौद्ध सभी धर्मों के लोग शामिल हैं। आजादी के 76 साल बाद भी हमें अपनी नागरिकता साबित करनी है, क्यों?’ गौर हो, एनआरसी के खिलाफ टीएमसी 7 आौर 8 सितंबर को भी राज्य के अलग-अलग हिस्सों में रैली निकाल चुकी है। इससे पहले ममता ने नए मोटर व्हीकल एक्ट में बढ़ाई गई जुर्माने की राशि पर भी असहमति जताई।