मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार- बसपा प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख अखिलेश यादव किसी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे। कहा यह भी जा रहा है कि यूपी से कोई भी नेता किसी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो रहा। यही नहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कमल नाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की बात सामने आई थी। अब मीडिया रिपोर्ट्स में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि ममता भी कमल नाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगी। हालांकि मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने बनर्जी के सोमवार को शपथ ग्रहण समारोह के लिए भोपाल नहीं जाने का कोई कारण नहीं बताया गया है।
गौर हो, राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस को समर्थन दिया था। किंतु अब वह तीनों राज्यों के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं ले रही हैं। यूपी से अन्य कोई नेता भी इन समारोहों में शामिल नहीं हो रहा। जानकारों का मानना है कि ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मायावती और अखिलेश यादव विपक्षी एकता को झटका देने की तैयारी में हैं।
इन तीनों नेताओं की अनुपस्थिति ये संकेत देती है कि बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन तैयार करने की कोशिशों के बीच विपक्षी दलों में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इन नेताओं की गैरमौजूदगी विपक्षी एकता के दावे को कमजोर करती दिखाई दे रही है और ये कयास लगाए जा रहे हैं कि इस शपथ ग्रहण समारोह मंच पर दिग्गजों की भीड़ वैसी नहीं होगी जैसी कर्नाटक के सीएम कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दिखाई दी थी।
इनके अलावा, टीएमसी प्रमुख भी इन समारोहों में नहीं दिखेंगे। हालांकि, ममता बनर्जी ने कहा है कि वह पारिवारिक मजबूरियों के कारण समारोह में शामिल नहीं हो रही। जानकारों के अनुसार- ममता बनर्जी को हाल में चंद्रबाबू नायडू, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के साथ गर्मजोशी दिखाते देखा गया था लेकिन यह गर्मजोशी कांग्रेस के लिए नहीं दिखी है।