कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने न्यूज एजेंसी के ट्वीट को शेयर करते हुए लिखा है कि क्या उनके नाक में ट्यूब डाला गया है? क्या एक पार्टी सत्ता की इतनी भूखी हो चुकी है कि गंभीर बीमारी से जूझ रहे किसी शख्स से काम करवाए? अब बीजेपी में कुछ भी असंभव नहीं लगता है। चतुर्वेदी ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि अपना ध्यान रखिए सीएम साहब। पार्टी तो रखेगी नहीं।
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उमर ने भी बीजेपी को घेरा
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी सीएम पर्रिकर को इस हालत में काम करने को लेकर बीजेपी को घेरा है। अब्दुल्ला ने ट्विटर पर लिखा कि नाक में नली लिए एक शख्त अपनी सेहत के जूझते हुए काम कर रहा है…कितना अमानवीय है। दिखावे के लिए बार-बार उन पर दबाव बनाया जा रहा है कि सार्वजनिक तौर पर दिखाई दें और फोटो खिंचवाएं। क्यों उन्हें उनकी सेहत ठीक करने के लिए छोड़ नहीं दिया जाता।
कैंसर से जूझ रहे हैं पर्रिकर
63 वर्षीय मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर आग्नाशय से आग्नाशय कैंसर पीडि़त हैं। कई अस्पतालों में इलाज के बाद भी उनकी स्थिति में खासा सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद उन्होंने एम्स से डिस्चार्ज करने की अपील की थी और बीते 14 अक्टूबर को अस्पतास से छुट्टी मिल गई। वे लंबे समय से दफ्तर नहीं जा रहे हैं, जिसकी वजह से कांग्रेस समेत राज्य की विपक्ष पार्टियों ने विकास कार्यों का हवाला देकर पर्रिकर को हटाने की मांग करने लगी थी। इसी वजह से कई बार उन्होंने घर पर ही अधिकारियों और मंत्रियों के साथ बैठकें ली और तस्वीरें भी जारी हुईं।
बीमार रहते हुए बाहर निकलें पर्रिकर
16 दिसंबर पर्रिकर पहली बार अपने घर से बाहर निकले। वे अपनी कार से गोवा में बन रहे दो पुलों का जायजा लिया। इस दौरान दो डॉक्टर भी उनेक साथ थे। मांडवी नदी और अगासेम गांव के पास जुवारी नदी पर बन पुल के निर्माण कार्य का जायजा लिया।