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मेघालय हाईकोर्ट के जज बोले- भारत को बंटवारे के समय हिंदू राष्‍ट्र घोषित कर देना चाहिए था

Published: Dec 13, 2018 02:51:20 pm

उच्‍च न्‍यायालय के जज एसआर सेन ने निवास प्रमाण पत्र के मामले की सुनवाई के दौरान का कहा कि भारत को हिंदू राष्‍ट्र होना चाहिए था।

Meghalaya HC

मेघालय हाईकोर्ट के जज बोले- भारत को बंटवारे के समय हिंदू राष्‍ट्र घोषित कर देना चाहिए था

नई दिल्‍ली। मेघालय हाईकोर्ट के न्‍यायाधीश एसआर सेन निवास प्रमाण पत्र से जुड़े मामलों पर सुनवाई करते समय यह बोलकर सबको चौंका दिया कि देश के बंटवारे के समय ही भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए था लेकिन यह धर्मनिरपेक्ष ही बना रहा। उन्‍होंने कहा कि पाकिस्तान ने खुद को इस्लामिक राष्ट्र घोषित कर दिया और धर्म के आधार पर बंटे भारत को भी खुद को हिंदू राष्ट्र घोषित कर देना चाहिए लेकिन यह अभी भी धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है।
नागरिकता देने की अपील
मेघालय हाईकोर्ट ने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, कानून मंत्री और सांसदों से अपील की है कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से जो भी हिन्दू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी, क्रिश्चियन, खासी, जयंतिया और गारो समुदाय से भारत आए हैं, उन्हें देश की नागरिकता दी जाए। इसी तरह पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में से आने वाले लोगों के लिए अपनाया जाना चाहिए। उन्हें भारत में बसने के लिए किसी भी समय आने की अनुमति दी जाए और सरकार पुनर्वास उचित तरीके से प्रदान करे. इसके साथ ही उन्हें भारत का नागरिक घोषित किया जाए।
मुस्लिम विरोधी नहीं
इस केस में निर्णय देते हुए जस्टिस सेन ने कहा कि मैं इस देश में पीढ़ियों से रहने वाले अपने मुस्लिम भाईयों और बहनों के खिलाफ नहीं हूं। उन्हें इस देश में शांतिपूर्वक रहने का पूरा अधिकार है। मैं सरकार से यह अपील भी करता हूं कि सभी भारतीयों के लिए यूनिफॉर्म लॉ बनाना चाहिए। जो भी भारतीय कानून और संविधान का विरोध करे उसे देश का नागरिक नहीं माना चाहिए। सभी को यह याद रखना जरूरी है कि हम पहेल भारतीय है, फिर मनुष्य और उसके बाद उस समुदाय के जिससे हम संबंध रखते हैं।

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