जम्मू-कश्मीर मामले पर इरफान पठान का ट्वीट, मेरा दिल और दिमाग घाटी में है
इस ऐतिहासिक फैसले के बाद सियासी गलियारों से मिली-जुली प्रतिक्रियां आ रही हैं। कई नेताओं ने फैसला का समर्थन किया है तो वहीं कांग्रेस पार्टी समेत कश्मीर के स्थानीय नेताओं ने इसका पुरजोर विरोध किया है।
महबूबा मुफ्ती
– राज्यसभा में जैसे ही अमित शाह ने आर्टिकल 370 को खत्म करने वाले संकल्प पत्र को पेश किया, ठीक उसके कुछ देर बाद ही सबसे पहले महबूबा मुफ्ती का रिएक्शन आया। महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते हुए धमकी भरे लहजे में इस फैसले के परिणाम भुगतने की बात कही। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि इस फैसले के अंजाम बहुत ही बुरे होंगे। महबूबा ने एकबार फिर से पाकिस्तान परस्ती दिखाते हुए कहा है कि 1947 में हिंदुस्तान के साथ आने का फैसला हमारा गलत था, आर्टिकल 370 को हटाना असंवैधानिक था। मुफ्ती ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र का सबसे काला दिन है।
उमर अब्दुला
– हिंदुस्तान के खिलाफ आग उगलने में उमर अब्दुल्ला भी पीछे नहीं रहे हैं। मोदी सरकार के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने भी महबूबा मुफ्ती की ही जुबान बोली है। अब्दुल्ला ने कहा है कि ये फैसला एकतरफा लिया गया है, ये भरोसे पर पूरी तरह से धोखा है।