जनता की अदालत में जाएंगी महबूबा मुफ्ती
सोमवार को महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, ‘मेरे पास शुभचिंतकों के ये सुझाव लगातार आए थे कि राज्यपाल के फैसले के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं, राज्य के हित के लिए पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस पार्टी एक साथ आ रही थीं।’ महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मेरा ये मानना है कि हमें कोर्ट का दरवाजा ना खटखटाकर जनता की अदालत में जाना चाहिए। जनता की अदालत अन्य किसी भी दूसरे मंच से ऊपर है।
21 नवंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा हुई थी भंग
आपको बता दें कि बीते 21 नवंबर को जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग कर दिया था। इससे पहले राज्य में खूब सियासी उठापटक हुई थी, जिसके बाद राज्यपाल ने विधानसभा को भंग करने का ही फैसला किया। राज्यपाल के फैसले से कुछ घंटे पहले ही पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ आने की खबरें आई थीं। पीडीपी ने तो सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था, लेकिन खेल तब पलट गया, जब पीडीपी के एक विधायक समेत 18 विधायक बागी हो गए। वहीं दूसरी तरफ दो विधायकों वाली सज्जाद लोन की पीपुल्स कांफ्रेंस ने भाजपा व 18 विधायकों के समर्थन में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था।
इस पूरे घटनाक्रम के बाद ही राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग कर दिया। अब राज्य में नए सिरे से चुनाव कराकर ही सरकार का चयन होगा।