लालगढ़ के जंगलों में मरते हैं हजारों जानवर
मेनका ने कहा, ‘तथाकथित हजारों जनजातियां लालगढ़ के चारों ओर जंगलों में आती हैं और हर साल हजारों जानवर मारे जाते हैं। यह साल भी अपवाद नहीं रहा। वे खुद के लिए जानवरों को नहीं मारते हैं। वे तस्करों और शिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं और राज्य वन विभाग ने इस बारे में कुछ नहीं किया है।’ उन्होंने कहा, ‘भारत में पश्चिम बंगाल एकमात्र जगह है, जहां इस तरह की अवैध अनुमति है और इसे प्रोत्साहित किया जाता है। इस शिकार उत्सव को बंद करना बेहद महत्वूर्ण है।’
मेनका ने कहा, ‘तथाकथित हजारों जनजातियां लालगढ़ के चारों ओर जंगलों में आती हैं और हर साल हजारों जानवर मारे जाते हैं। यह साल भी अपवाद नहीं रहा। वे खुद के लिए जानवरों को नहीं मारते हैं। वे तस्करों और शिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं और राज्य वन विभाग ने इस बारे में कुछ नहीं किया है।’ उन्होंने कहा, ‘भारत में पश्चिम बंगाल एकमात्र जगह है, जहां इस तरह की अवैध अनुमति है और इसे प्रोत्साहित किया जाता है। इस शिकार उत्सव को बंद करना बेहद महत्वूर्ण है।’
वोट बैंक की चिंता करने का लगाया आरोप
मंत्री ने कहा, ‘मुद्दा यह कि यदि मुख्यमंत्री रुचि लेती तो वह इसे दो मिनट में रोक सकती थीं। लेकिन यह वोट बैंक से जुड़ा है। यदि वोट बैंक की सुरक्षा के लिए 10-15 हजार जानवर मरते हैं तो आप क्या कर सकते हैं।’ मेनका की यह टिप्पणी रॉयल बंगाल बाघ के पश्चिम बंगाल के लालगढ़ में कथित तौर पर शिकारियों द्वारा मारे जाने के कुछ दिनों बाद आई है।
मंत्री ने कहा, ‘मुद्दा यह कि यदि मुख्यमंत्री रुचि लेती तो वह इसे दो मिनट में रोक सकती थीं। लेकिन यह वोट बैंक से जुड़ा है। यदि वोट बैंक की सुरक्षा के लिए 10-15 हजार जानवर मरते हैं तो आप क्या कर सकते हैं।’ मेनका की यह टिप्पणी रॉयल बंगाल बाघ के पश्चिम बंगाल के लालगढ़ में कथित तौर पर शिकारियों द्वारा मारे जाने के कुछ दिनों बाद आई है।