सरकार ने इन चेहरों को दी समिति में जगह
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, करण सिंह और जयराम रमेश को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी से बाहर कर दिया गया है। इनकी जगह भाजपा नेता अनिर्बन गांगुली, गीतकार प्रसून जोशी और पत्रकार रजत शर्मा को सोसाइटी में जगह मिली है। आपको बता दें कि इस सोसाइटी के अध्यक्ष खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और उपाध्यक्ष के तौर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को शामिल किया गया है।
कई केंद्रीय मंत्री भी बने समिति के सदस्य
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी सोसाइटी में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रमेश पोखरियाल निशंक, प्रकाश जावडे़कर, वी. मुरलीधरन, प्रह्लाद सिंह पटेल और प्रसार भारती के चेयरमैन ए. सूर्य प्रकाश को भी सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा इस समिति के जिन नए चेहरों को इस समिति में जगह दी गई है, उनका कार्यकाल 26 जुलाई 2020 तक का होगा।
नेहरू की याद में बना था ये म्यूजियम और लाइब्रेरी
आपको बता दें कि नेहरू मेमोरियल म्यूजियम और लाइब्रेरी को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की याद में बनाया गया था। अभी तक इसकी समिति के पैनल पर कांग्रेस नेताओं का ही कब्जा रहा था, लेकिन धीरे-धीरे अब इस समिति में बीजेपी के नेता शामिल हो गए हैं।
खड़ा हो सकता है सियासी घमासान
माना जा रहा है कि केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद अब सियासी घमासान भी मच सकता है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी केंद्र सरकार के इस फैसले को राजनीतिक द्वेष के नजरिए से देख सकती है। फिलहाल राजनीति और भारत से भले ही कांग्रेस को बीजेपी मुक्त ना कर पाई हो, लेकिन कांग्रेस के सबसे बड़े नेताओं में से एक पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की विरासत से बीजेपी ने कांग्रेस को मुक्त कर ही दिया है।