दरअसल, ये मामला त्रिपुरा के शांतिबाजार का है, जहां मोयदातिला एक गांव है, जिसमें 80-85 मुस्लिम परिवार रहते हैं। बताया जा रहा है कि इनमें से 25 मुस्लिम परिवारों ने भाजपा ज्वॉइन कर ली है। इसके बाद अन्य मुस्लिम परिवारों ने बीजेपी ज्वॉइन करने वाले मुस्लिम परिवारों का बहिष्कार कर दिया और उनका मस्जिद जाना भी रूकवा दिया। इसके बाद इन लोगों को अपने लिए अलग एक मस्जिद का निर्माण कराना पड़ा है। बताया जा रहा है कि इस गांव में 2 मस्जिद हैं।
मोयदातिला गांव के रहने वाले बाबुल हुसैन बताते हैं कि उन्होंने हम 16 महीने पहले भाजपा ज्वॉइन की थी। हुसैन बताते हैं कि बीजेपी ज्वॉइन करने के बाद गांव के मुस्लिम समाज के लोगों ने नाराजगी जाहिर की और हमसे कहा गया कि तुम गांव की मस्जिद में नमाज नहीं पड़ सकते। हमसे कहा गया कि जबतक हिंदुवादी पार्टी का समर्थन करेंगे मस्जिद में नमाज नहीं पढ़ सकते। मस्जिद में नमाज ना पढ़ने की वजह से इन लोगों ने अब टीन की मस्जिद बनाई है। बांस की मदद से छत का निर्माण किया गया है। मस्जिद के लिए अलग इमाम भी नियुक्त किए गया है, जिन्हें 25 परिवारों की मदद से मासिक सैलरी भी दी जाती है।
हुसैन कहते हैं कि गांव के लोगों ने हमसे कहा कि बीजेपी एक हिंदुत्व पार्टी है और अगर तुम उस पार्टी का समर्थन करोगे तो गांव की मस्जिद में नहीं जा सकते। हुसैन कहते हैं कि हमें नहीं पता कि बीजेपी हिंदुत्व पार्टी है। मैं नहीं जानता कि देश के किसी भी कोने में बीजेपी समर्थकों ने मुस्लिमों पर हमला किया है। ये सब कांग्रेस पार्टी और सीपीएम की फैलाई गई अफवाहें हैं। अगर कोई मुस्लिम मारा गया है किसी विवाद में तो इसका ये मतलब बिलकुल नहीं लगाया जाना चाहिए कि बीजेपी वालों ने उन्हें मारा है, मैं कहना चाहता हूं कि जरूर मुस्लिमों ने ही कुछ गलत किया होगा। कोई किसी अच्छे आदमी को क्यों मारेगा?
फारूक इस्लाम भी बीजेपी में शामिल हुए हैं उन्होंने कहा कि मेरा परिवार सीपीएम का समर्थक रहा है लेकिन अब हमने सोच लिया है कि हम बीजेपी का समर्थन करेंगे। हम इतने सालों से सीपीएम का समर्थन करते रहे लेकिन हमारे गांव में न तो बिजली है और न पीने का पानी। उसने बताया कि सीपीएम के नेता अब घमंडी हो गए हैं। वो हमें हमारी मस्जिद का निर्माण नहीं करने दे रहे हैं।