जी हं इस रैली में पहले काली चीजें ना पहनकर आने का आदेश जारी किया गया था, लेकिन ये आदेश विवाद में बदल गया। विवाद के तूल पकड़ता देख अब इसे वापस ले लिया गया है। पलामू के पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि अब किसी भी रंग के कपड़े पहनकर आ सकते हैं। आपको बता दें कि पिछले आदेश में पुलिस प्रशासन की ओर से आदेश दिया गया था कि प्रधानमंत्री की रैली में काले कपड़े पहनकर नहीं आ सकते हैं।
इन काली वस्तुओं पर था बैन
काले मोजे
बैग
जूते
पर्स
टोपियों पर था प्रतिबंध सोशल मीडिया पर हुआ विरोध
मोदी की रैली में काले चीजों के इस्तेमाल पर रोक के तथाकथित आदेश को लेकर सोशल मीडिया जबरदस्त विरोध हुआ। राजनीतिक दलों समेत सोशल मीडिया में इस आदेश की जमकर खिल्ली भी उड़ाई गई। इसके बाद फैसला वापस लेना पड़ा। हालांकि, पुलिस ने अपील की है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षाबलों का सहयोग करने की जरूरत है। दरअसल, स्थानीय शिक्षकों ने धमकी दी थी कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की होने वाली रैली में काले झंडे दिखाकर उनका विरोध करेंगे।
योजनाओं की रखेंगे आधारशिला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां मंडल बांध सिंचाई परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे, ये योजना वर्ष १९७२ से लंबित है। बांध का निर्माण २५०० करोड़ रुपये की लागत से होगा। मोदी इसके अलावा पलामू और गढ़वा जिलों में पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति के मद्देनजर एक पाइपलाइन की आधारशिला भी रखेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां मंडल बांध सिंचाई परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे, ये योजना वर्ष १९७२ से लंबित है। बांध का निर्माण २५०० करोड़ रुपये की लागत से होगा। मोदी इसके अलावा पलामू और गढ़वा जिलों में पेयजल और सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति के मद्देनजर एक पाइपलाइन की आधारशिला भी रखेंगे।
100 जनसभाओं का लक्ष्य
लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस वर्ष पीएम मोदी का कोई विदेश दौरा नहीं है। यही नहीं चुनाव में कोई कोर कसर न रह जाए इसके लिए पीएम मोदी ने 100 जनसभाओं का लक्ष्य रखा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच वो अपनी बात रख सकें। आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी इस बार पूर्वी राज्यों पर फोकस कर रही है। बुधवार को पंजाब के गुरदासपुर में रैली कर प्रधानमंत्री ने अपने अभियान की शुरुआत की।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए इस वर्ष पीएम मोदी का कोई विदेश दौरा नहीं है। यही नहीं चुनाव में कोई कोर कसर न रह जाए इसके लिए पीएम मोदी ने 100 जनसभाओं का लक्ष्य रखा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों के बीच वो अपनी बात रख सकें। आपको बता दें कि भारतीय जनता पार्टी इस बार पूर्वी राज्यों पर फोकस कर रही है। बुधवार को पंजाब के गुरदासपुर में रैली कर प्रधानमंत्री ने अपने अभियान की शुरुआत की।