नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं आज भी आपण उद्देश के लिए खड़ा हूँ। आगे भी खड़ा हुआ हूँ। ये राजनीति बदलाव की है। जिस दिन राहुल गांधी ने चन्नी का हाथ सीएम चेहरे के लिए खड़ा किया था तब मैंने निर्णय कोस्वीकारा था। मैंने कहा था कि ये तेरी जिम्मेदारी है। मैं तेरा सहयोगी हूँ। आखिर तक सहयोगी था। ये चन्नी की जिम्मेदारी थी कि वो चुनाव प्रचार में जी जान लगा दें लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।”
जैसा आपने बोया था, वैसा ही काटेंगे- सिद्धू
पार्टी के नेताओं पर हमला करते हुए उन्होंने आगे कहा, ‘जिन लोगों ने नवजोत सिंह सिद्धू के लिए गड्ढा खोदा था, वो 100 गुना नीचे जा गिरे। 3-4 मुख्यमंत्री हार चुके हैं और यह आपके कर्म ही हैं। जैसा आपने बोया था, वैसा ही काटेंगे।’
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने चरणजीत सिंह चन्नी को लालची, ढोंगी और डाकू भी कहा था। वास्तव में नवजोत सिंह ने पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेने की बजाय उन्होंने पार्टी हाई कमान और चन्नी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया।
हार के कारणों में से एक पार्टी का बिखराव भी है
ज्ञात हो कि पंजाब में कांग्रेस की हार के पीछे की बड़ी जगह पार्टी का बिखराव रहा। चन्नी और सिद्धू के बीच टकराव थमने का नाम नहीं ले रहा था । जब राहुल गांधी ने चन्नी को सीएम चेहरे के रूप में घोषित किया तो सिद्धू ने तब कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, परंतु चुनाव प्रचार से बचते नजर आए और उनका परिवार अप्रत्यक्ष तौर पर चन्नी और बाकी नेताओं को निशाने पर लेते हुए दिखे थे।
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