राज्य में छह महीने लंबे राज्यपाल शासन के समाप्त होने पर केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने पर अब्दुल्ला ने राज्य में जल्द चुनाव कराने का समर्थन किया। देश में 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के बारे में एनसी प्रमुख ने कहा, “गठबंधन ज्यादातर राज्यों में होंगे और ये राज्य संसद के लिए परिणाम देंगे।” उन्होंने कहा, “कुछ जगहों पर मजबूत गठबंधन होंगे और दूसरी जगहों पर मिला-जुला गठबंधन होगा, लेकिन राज्य प्रमुख कारक होंगे।”
राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू गौरतलब है कि देश के जम्मू-कश्मीर राज्य में 19 दिसंबर को राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। राज्य के गर्वनर सत्यपाल मलिक की रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने दो दिन पूर्व जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अनुमति मिलते ही राज्य में प्रेसिडेंट रूल लागू हो गया। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है जब जम्मू और कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लगने जा रहा हो। इससे पहले 1990 से अक्टूबर 1996 तक भी राज्य में सियासी उठापटक के बाद राष्ट्रपति शासन लगाया गया था।