NCP नेता प्रफुल्ल पटेल ने बुधवार को कहा कि हमें विपक्ष में बैठने के लिए जनादेश मिला है, लेकिन अगर हालात बदलते हैं तो हम विचार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी सारे रास्ते खुले हैं और परिस्थिति बदलती है तो जरूर विचार किया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले NCP के छगन भुजबल ने भी शिवसेना को बीजेपी का साथ छोड़कर उनके साथ आने को कहा था। हालांकि, शिवसेना की ओर से कोई बयान नहीं आया था।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना और भाजपा एक दूसरे पर वार कर रहे हैं। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि अगर भाजपा गठबंधन धर्म का पालन नहीं करती है, तो शिवसेना के पास अन्य विकल्प भी हैं। उन्होंने चेतावनी दी थी कि भाजपा उन्हें दूसरे विकल्पों पर विचार करने के लिए मजबूर ना करे। कांग्रेस की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि अगर शिवसेना हमें प्रस्ताव देती है तो वह सरकार बनाने पर विचार कर सकते हैं।
इधर एनसीपी और कांग्रेस की ओर से शिवसेना पर डोरे डाले जा रहे हैं तो बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने बयान दिया है कि अगर शिवसेना विपक्षी पार्टियों के साथ जाने की सोचती है तो ये विपरीत बुद्धि के समान होगा। गुरुवार को शिवसेना के विधायक दल की बैठक होने वाली है। अब देखना यह है कि इस बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है।