राष्ट्रपति बनाने का नहीं मिला था ऑफर- शरद पवार
एक मराठी चैनल को दिए इंटरव्यू में शरद पवार ने कहा है, ‘पीएम मोदी ने मुझे साथ मिलकर काम करने का प्रस्ताव दिया था, लेकिन मैंने उनसे कहा कि हमारे आपस में संबंध बहुत अच्छे हैं और हमेशा रहेंगे, लेकिन मेरे लिए साथ मिलकर काम करना बिल्कुल संभव नहीं है।’ शरद पवार से जब ये पूछा गया कि क्या आपको राष्ट्रपति बनाए जाने का भी प्रस्ताव दिया तो इस पर उन्होंने कहा कि नहीं ये खबर बेबुनियाद है, हालांकि उन्होंने मोदी नेतृत्व वाली कैबिनेट में सुप्रिया सुले को मंत्री बनाने की बात जरूर कही थी।
शरद पवार ने दिल्ली में की थी पीएम से मुलाकात
आपको बता दें कि जिस वक्त महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर खींचतान चल रही थी, उसी बीच में शरद पवार पीएम मोदी से मिलने दिल्ली आए थे। उस वक्त उन्होंने उस मुलाकात का उद्देश्य किसानों का मुद्दा बताया था। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने भी सदन में शरद पवार की तारीफ की थी। पीएम मोदी ने कहा था कि संसदीय नियमों का पालन कैसे किया जाता है, इस बारे में सभी दलों को एनसीपी से सीखना चाहिए। ऐसे में ये अटकलें लगनी शुरू हो गई थीं कि एनसीपी और बीजेपी मिलकर सरकार बना सकती हैं, लेकिन आखिर में एनसीपी ने बीजेपी को ठेंगा दिखाते हुए शिवसेना और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली।