ब्रिटिश खुफिया एजेंसी को दी गई थी बोस की जानकारी!
Published: Apr 12, 2015 04:22:00 pm
पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र
बोस की न केवल जासूसी कराई थी
नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की न केवल जासूसी कराई थी, बल्कि उसने ब्रिटिश खुफिया एजेंसी एमआई-5 के साथ बोस से जुड़ी गोपनीय सूचना भी साझा की थी। हाल ही में गुप्त सूची से हटाए गए दस्तावेजों से पता लगा है कि आईबी ने बोस के करीबी एसी नांबियार और भतीजे अमिया नाथ बोस के बीच बातचीत के एक खत को एमआई-5 के साथ साझा किया था।
नेहरू द्वारा आईबी को बोस के परिवार की निगरानी के लिए अधिकृत किए जाने के बाद एमआई-5 के दस्तावेज सामने आए हैं। दस्तावेजों से खुलासा हुआ है कि 6 अक्टूबर 1947 के दिन एसी नांबियार द्वारा अमिया नाथ बोस को लिखे गए पत्र को उस वक्त के आईबी अधिकारी ने ब्रिटिश एजेंसी से शेयर किया था।
भारत की आजादी के कुछ ही महीने बाद लिखे गए यह दोनों पत्र ब्रिटिश एजेंसी की गुप्त सूची से हटाए गए उन्हीं 2000 पन्नों का हिस्सा है जिसे पिछले साल सार्वजनिक किया गया था। दस्तावेजों के मुताबिक, बोस के दोनों ही भतीजों अमिया और शिशिर, शरत चंद्र बोस के बेटों पर निगरानी रखी जा रही थी।