मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मुलाकात के बाद एक चर्चा यह हो रही है कि महाराष्ट्र में NCP और बीजेपी की सरकार बन सकती है। इस गठबंधन के एवज में केन्द्र में NCP को तीन अहम मंत्रालय दिया जा सकता है। इसके अलावा 2022 में शरद पवार को राष्ट्रपति का पद भी ऑफर किया जा सकता है। हालांकि, पीएम मोदी से मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री को किसानों की समस्याओं के बारे में बताया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री को अगले साल 31 जनवरी से 2 फरवरी के बीच होने वाले वसंतदादा शुगर इंस्टिट्यूट प्रोग्राम के लिए भी न्योता दिया गया है।
पवार के बयान से लगातार बदल रहे हैं समीकरण गौरतलब है कि NCP प्रमुख शरद पवार के बयान से महाराष्ट्र के समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। अभी हाल ही में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा था कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर उनसे कोई चर्चा नहीं हुई। इस बयान ने नया सस्पेंस पैदा कर दिया था। इतना ही नहीं पवार से जब यह पूछा गया कि शिवसेना के साथ सरकार बनने के क्या चांस हैं तो उन्होंने कहा कि बीजेपी और शिवसेना से पूछो, दोनों साथ थे। जबकि, शिवसेना लगातार कह रही है कि वह NCP और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाएगी। इसी बीच, पीएम मोदी ने सदन के अंदर NCP की तारीफ कर दी। अब देखना यह है कि महाराष्ट्र की राजनीति किस करवट बैठती है और किसकी सरकार बनती है।