नीतीश कुमार गठबंधन तोड़ने के नाम से मशहूर है। फिर चाहे वो एनडीए के साथ हो या फिर आरजेडी के साथ। दलों के साथ गठबंधन तोड़ना और फिर सरकार बनाना नीतीश कुमार के लिए कोई नई बात नहीं है।
इसी के चलते 2017 में नीतीश कुमार ने एक अनूठा रिकॉर्ड बना लिया था। वो रिकॉर्ड है तेजी से सरकार गिराने और बनाने का था।
नीतीश कुमार ने 26 जुलाई की शाम करीब 6 बजे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा था और उसके 16 घंटे बाद अगले दिन सीएम पद की शपथ ले ली थी।
लेकिन इस बार नीतीश कुमार अपने ही इस रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए। एनडीए से अलग होने के ऐलान से लेकर अपना इस्तीफा देने और फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने में नीतीश कुमार के 22 घंटे का समय लग गया। यानी पिछली बार के चुनाव से वे 6 घंटे से चूक गए।