तेजस्वी यादव भी होंगे शामिल सूत्रों के मुताबिक सम्मेलन में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई विपक्षी नेता शामिल होंगे। शरद के साथ पत्रकार वार्ता में शामिल जद यू से निष्कासित सांसद अली अनवर और पूर्व पार्टी महासचिव अरुण श्रीवास्तव भी शामिल थे। शरद ने कहा कि साझा विरासत बचाओ सम्मेलन तीन माह पहले से की गई तैयारी है। इस सम्मेलन के जरिए मौजूदा समय में समाज में जो विसंगतिया फैली है उसे दूर किया जाएगा। यादव ने कहा कि हम भारत के लोग हैं और हमारी नैतिक जिम्मेवारी बनती है कि हम इस देश में समानता, न्याय की लड़ाई लड़े। इसलिए इस सम्मेलन को बुलाने की जरुरत पड़ी है। सम्मेलन में कौन—कौन नेता भाग लेंगे इस पर शरद ने चुप्पी साधी रही और कहा कि हमने सभी विपक्षी दलों को निमंत्रण भेजा है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि विपक्ष के कई बड़े नेता इस सम्मेलन का हिस्सा बनेंगे।
येचुरी से मिले चुके हैं शरद यादव
शरद यादव सोमवार को सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम यचुरी से मिले थे। यह कॉन्फ्रेंस पूरे बिहार में शरद यादव के रोड शो के बाद किया जा रहा है। शरद यादव गुट का दावा है कि उन्हें जदयू की 14 राज्य ईकाइयों का समर्थन हासिल है। हालाकिं जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि केवल पांच राज्य ईकाइयों को ही चुनाव आयोग से मान्यता मिली हुई है। ऐसे में 14 ईकाइयों के समर्थन की बात गलत है। इससे पहले जदयू ने शनिवार को शरद यादव को राज्यसभा में अपने संसदीय दल के नेता के पद से दिया था। वहीं उनके करीबी राज्यसभा सांसद अली अनवर अंसारी को पार्टी से निकाल दिया। अली अनवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांदी की विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लिया था।
शरद यादव सोमवार को सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम यचुरी से मिले थे। यह कॉन्फ्रेंस पूरे बिहार में शरद यादव के रोड शो के बाद किया जा रहा है। शरद यादव गुट का दावा है कि उन्हें जदयू की 14 राज्य ईकाइयों का समर्थन हासिल है। हालाकिं जदयू के महासचिव केसी त्यागी ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि केवल पांच राज्य ईकाइयों को ही चुनाव आयोग से मान्यता मिली हुई है। ऐसे में 14 ईकाइयों के समर्थन की बात गलत है। इससे पहले जदयू ने शनिवार को शरद यादव को राज्यसभा में अपने संसदीय दल के नेता के पद से दिया था। वहीं उनके करीबी राज्यसभा सांसद अली अनवर अंसारी को पार्टी से निकाल दिया। अली अनवार ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांदी की विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लिया था।