दरअसल दक्षिण से लेकर उत्तर तक देश की राजनीति में कई ऐसे सितारे आए जिनकी गिरफ्तारी ना सिर्फ मुश्किल रही, बल्कि इन गिरफ्तारियों ने जमकर सुर्खियां भी बंटोरीं। आइए जानते हैं ऐसी ही पांच चर्चित गिरफ्तारियां।
करुणानिधि की रात 2 बजे गिरफ्तारी सबसे पहले बात करते हैं दक्षिण राज्य तमिलनाडु की जहां डीएमके प्रमुख करुणानिधि को उनके ही आवास पर वर्ष 2001 में गिरफ्तार किया गया था। ये गिरफ्तारी लंबे सियासी घटनाक्रम के बाद रात करीब 2 बजे हुई थी। करुणानिधि पर चेन्नई में हुए एक पुल निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगा था।
चारा घोटाला में लालू हुए गिरफ्तार अपनी गिरफ्तारी से सुर्खियां बटोरने वालों में राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो और बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव भी शामिल हैं। रांची की विशेष सीबीआई कोर्ट ने लालू को चारा घोटाला में दोषी पाया।
इसमें लालू को 5 साल की सजा हुई पांच लाख का जुर्माना भी लगा। इस केस में लालू समेत 50 लोगों को चारा खरीदने के लिए नकली बिल और वाउचर इस्तेमाल कर कोष से 37 करोड़ रुपए निकालने का दोषी पाया गया।
भूमि घोटाले में येदियुरप्पा हुए अरेस्ट सरकारी भूमि घोटाले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा को जेल जाना पड़ा। येदियुरप्पा को 15 अक्टूबर, 2011 को गिरफ्तार किया गया था।
विशेष लोकायुक्त अदालत ने उन्हें सरकारी भूमि को दर्शाने में कथित अनियमितताओं में आरोपी पाया। 25 दिन जेल में बिताने के बाद वह 8 नवंबर, 2011 को रिहा हो गए। नोट फॉर वोट मामले में अमर सिंह को न्यायिक हिरासत
राज्य सभा सांसद और पूर्व समाजवादी नेता अमर सिंह को 6 सितंबर, 2011 को नोट फॉर वोट मामले में 13 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। अमर सिंह समेत अन्य दो आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया।
इसके बाद अमर सिंह को तीस हजारी कोर्ट ने आंतरिक राहत देते हुए 19 सितंबर तक के लिए जमानत बढ़ा दी थी। तहलका स्टिंग में फंसे बंगारू लक्ष्मण बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण ने वर्ष 2001 में खूब सुर्खियां बटोरीं।
इस दौरान तहलका स्टिंग मामले में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम के तहत उन्हें दोषी पाया गया। यह मामला कथित हथियार सौदे से जुड़ा था। साल 2012 में उन्हें दिल्ली की सीबीआई कोर्ट ने 4 साल की सजा सुनाई।