कुलगाम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे (पीएम मोदी) अपने पड़ोसी देश की तरफ थोड़ा नजर घुमाकर देख लें, जहां खुद को सुपर पावर बताने वाले अमरीका को भी बैग पैक करके भागने को मजबूर होना पड़ा है।
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महबूबा मुफ्ती ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वाजपेयी डॉक्टरिन के तहत पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू नहीं की तो उसे (मोदी सरकार) भी बर्बाद होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि कश्मीरियों के सब्र का इम्तिहान न लें.. एक दिन परास्त होना ही पड़ेगा। वहीं, दूसरी तरफ महबूबा ने तालिबान से अपील की है कि वह अफगानिस्तान में फंसे जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के लोगों को कोई नुकसान न पहुंचाए।
महबूबा ने फिर अलापा पाकिस्तान राग
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से पाकिस्तान का राग अलापते हुए कहा कि हमें बातचीत शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘मैं बार-बार कहती रही हूं.. सुधर जाओ.. पड़ोस में देखो क्या हो रहा है। अमरीका को अपना बोरिया बिस्तर लेकर जाना पड़ा। जिस तरह से वाजपेयी जी (पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी) ने पाकिस्तान के साथ बातचीत शुरू की थी.. उसी तरह से बातचीत को आगे बढ़ाया जाए.. नहीं तो बहुत देर हो जाएगी।
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महबूबा ने आगे कहा कि केंद्र सरकार अपनी गलती सुधारे। जम्मू-कश्मीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिए। वे लोग (केंद्र सरकार) सोचते हैं कि ये क्या करेंगी.. लेकिन उन्हें नहीं पता है शायद कि जब एक चींटी हाथी के सूंड में घुस जाती है न तो उसका भी जीना मुश्किल कर देती है। उन्होंने चेतावनी दी और कहा कि कश्मीरी कमजोर नहीं है.. वे बहादुर और धैर्यशील हैं। अब तक उनके साहस और धैर्य का ही नतीजा है कि बंदूक नहीं उठाई है.. लेकिन जिस दिन धैर्य का बांध टूट जाएगा उस दिन सबकुछ खत्म हो जाएगा।
महबूबा ने की कांग्रेस की तारीफ
महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की वजह से ही आज देश बचा हुआ है। हालांकि, कांग्रेस के कई नेताओं से जरूर कई गलतियां हुई है। महबूबा ने कहा कि भाजपा देश के टुकड़े-टुकड़े कर तालिबानीकरण करना चाहती है। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू और कांग्रेस की नीतियों की वजह से ही जम्मू-कश्मीर भारत के साथ आने के तैयार हुआ, वरना तब यदि भाजपा होती तो जम्मू-कश्मीर कभी भी भारत में नहीं मिलता।