जेटली ने कहा, नोटबंदी का असर एक से दो तिमाहियों तक रह सकता है, लेकिन इससे अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक लाभ होगा
भुवनेश्वर। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और विमुद्रीकरण देश की अर्थव्यवस्था में अहम बदलाव लाएंगे और इससे लोगों को बहुत फायदा होगा। जेटली ने मेक इन ओडिशा सम्मेलन के प्रारंभिक सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों पहल महत्वपूर्ण है। केन्द्र के संदर्भ में जीएसटी से उच्च कराधान सुनिश्चित होगा और राज्य के संबंध में कर की उच्च दरें। यह ज्यादा प्रभावी व्यवस्था होगी और इससे कर की चोरी रुकेगी जिससे निश्चित तौर पर ओडिशा जैसे राज्यों को मदद मिलेगी।
नोटबंदी पर उन्होंने कहा कि जब पुनर्मुद्रीकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और अर्थव्यवस्था पूरी तरह पटरी पर लौट आएगी तब सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि होगी, राजस्व बढ़ेगा और बैंकों में आ रहा धन अर्थव्यवस्था के लिए ज्यादा लाभकारी साबित होगा। इन सबसे केन्द्र और राज्य के कार्यों को गति मिलेगी। वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी के लागू होने से देश एक बड़ा बाजार बन जाएगा और अर्थव्यवस्था का एक बड़ा आधार तैयार होगा। इससे केन्द्र और राज्यों को विभिन्न कल्याणकारी परियोजनाओं में मदद मिलेगी और राज्य कमजोर वर्ग के लोगों की सहायता कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले तीन से चार वर्षों में दुनिया में गंभीर आर्थिक बदलाव आए हैं और इसका अनुमान लगाना मुश्किल है कि कब तक यह स्थिति रहेगी, लेकिन भारत में जो परिवर्तन हो रहे हैं, उससे अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण विकास होगा। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि ओडिशा तेजी से पूर्व के औद्योगिक हब के रूप में उभर रहा है।
उन्होंने कहा कि निवेशक अनुकूल नीतियों और तकनीकी बदलाव के अलावा मुख्य ध्यान निवेशकों के लिए विश्व स्तरीय औद्योगिक ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराने पर होगा। राज्य सरकार कलिंगानगर में राष्ट्रीय निवेश एवं उत्पादन क्षेत्र, पारादीप में पेट्रोलियम, रसायन और पेट्रोरसायन निवेश क्षेत्र और धामरा में पोत आधारित औद्योगिक क्षेत्र के रूप में बड़े निवेशिक क्षेत्रों को विकसित कर रहा है। पटनायक ने कहा कि कारोबारियों के इस तरह के समर्थन के साथ ओडिशा देश में निवेश के लिए सबसे अनुकूल स्थान बनने की राह पर है।