कौन है प्रताप चंद्र सारंगी
प्रताप चंद्र सारंगी अपनी साधारण जीवनशैली के चलते लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। सफेद कुर्ता और हाथ में झोला लेकर चलने वाले सारंगी पैदल ही लोगों से मिलने और उनके काम करने के लिए निकल पड़ते हैं। लोगों के साथ जमीन पर बैठकर उनकी बातें या समस्या सुननी हों या फिर अधिकारियों से काम कराने के लिए लगातार दफ्तरों चक्कर लगाना प्रताप चंद्र सारंगी जमीनी स्तर पर रहकर ही काम को अंजाम देते आए हैं। सारंगी ने शादी नहीं की और पिछले ही वर्ष इनके माता-पिता का भी देहांत हो गया। छोटे से घर में रहने वाले प्रताप चंद्र सारंगी साइकिल पर ही घूमते हैं। जो इनके सादगी भरे जीवन का अद्भुत उदाहरण है।
प्रताप के निराले अंदाज के चलते ही भारतीय जनता पार्टी ने 2004 में भी विधानसभा चुनाव के दौरान उन पर भरोसा जताया और सारंगी ने जीत कर इसे कायम रखा। इसके बाद दोबारा 2009 में भी सारंगी ने भाजपा के ही टिकट पर चुनाव लड़ा और लोगों के बीच अपनी अच्छी छवि को भुनाने में सफल रहे।
ओडिशा का मोदी कहने लगे लोग
सांरगी के काम करने का तरीका लोगों को काफी पसंद आया। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही लोग उन्हें ओडिशा का मोदी कहकर बुलाने लगे। बतौर विधायक भी सारंगी ने लोगों के बीच काम करने वाले नेता की छवि बनाई। उनकी जिंदगी और उनकी जीवनशैली की तुलना लोग पीएम मोदी से कर रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर से सांसद बने प्रताप चंद्र सारंगी का मुकाबला आसान नहीं था। उनके सामने बीजेडी के अरबपति उम्मीदवार रवींद्र कुमार जेना ने चुनावी मैदान संभाला था। जेना जहां महंगी और आलिशान गाड़ियों से चुनाव प्रचार के लिए निकलते थे, वहीं सारंगी की अपनी जीवनशैली के मुताबिक ऑटो रिक्शा में खुद के लिए प्रचार करते थे। यही नहीं सोशल मीडिया की बजाय सारंगी ने अपने कार्यकर्ताओं पर ज्यादा भरोसा किया और उनके जरिये ही प्रचार को प्राथमिकता दी। नतीजा अरबपति उम्मीदवार के आगे लोगों ने साधारण जीवनशैली वाले प्रत्याशी को जमकर वोट दिए और जीत का सहरा भी बांध दिया।