प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर सरकार के खिलाफ झूठ फैलाकर दलितों को उकसाने का आरोप लगाया
कोयम्बटूर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने को आश्वासन दिया है कि दलितों को शिक्षा और नौकरियों में मिलने वाले आरक्षण में कोई कटौती नहीं की जाएगी। कोयम्बटूर में अपने भाषण के दौरान मोदी ने कांग्रेस पर हमला भी बोला।
1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहले उन्होंने किसानों को भड़काने का प्रयास किया। उन्हें कामयाबी नहीं मिली, अब दलितों को लेकर झूठ फैलाए जा रहे हैं। जहां कहीं भी वे जाते हैं, जब कभी वे जाते हैं, वे झूठ बोलते हैं। वे ऊंची आवाज में झूठ को दोहराते रहते हैं। दलितों को गुमराह करने और मूर्ख बनाने के लिए झूठ बोलने का एक अभियान शुरू किया गया है।
2. उन्होंने कहा कि यह देश को विघटित करने के लिए सोची समझी साजिश है, ताकि लोग एक दूसरे से लड़ें। वे लोग निराश हैं क्योंकि उनसे सत्ता ले ली गयी है। वे हमेशा मानते थे कि वे (दलित) उनके मतदाता हैं और अब मोदी उनके लिए काम कर रहा है। उन्हें डर है कि मोदी का क्या किया जाए। वे दलितों को मोदी का समर्थन करने से रोकना चाहते हैं।
3. प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर झूठ फैलाने और केंद्र में उनकी सरकार को कामकाज न करने देने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि यह बात विपक्षी दलों के गले से नीचे नहीं उतर पा रही कि एक चाय बेचने वाला, गरीब महिला का बेटा देश का शासन चला रहा है और पिछले 60 वर्षों में जो नहीं हो सका ऐसे काम कर रहा है।
5. प्रधानमंत्री बनने के बाद कोयम्बटूर में मोदी की यह पहली जनसभा थी। केंद्र सरकार द्वारा भव्य तरीके से बीआर अंबेडकर की 125वीं जयंती मनाए जाने का हवाला देते हुए मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने लंदन में वह मकान खरीद लिया है, जिसमें अंबेडकर छात्र जीवन के दौरान रहे थे और उस इमारत को स्मारक बना दिया गया है।
मोदी ने हालांकि जनसभा के दौरान आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति पर कोई बात नहीं की और केंद्र में विपक्षी पार्टियों पर ही निशाना साधते रहे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जब से सत्ता में आई है कोई घोटाला नहीं हुआ है, जबकि दो साल पहले ही ऐसी स्थिति नहीं थी और हर समाचार चैनल पर सरकारी घोटाले छाए हुए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा, विपक्षी पार्टियां राज्यसभा में अहम विधेयकों को बाधित कर अपना गुस्सा निकाल रही हैं, जबकि ये योजनाएं गरीबों के फायदे के लिए हैं। देश में ढेरों कानून हैं और गरीब कानूनी लड़ाई में ही उलझे हुए हैं। हमने 700 ऐसे कानून हटा दिए, लेकिन राज्यसभा में विपक्षी पार्टियां हमें ऐसा नहीं करने दे रहीं।
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां बोनस अधिनियम में संशोधन नहीं होने दे रहीं और श्रमिकों को अधिक बोनस राशि से वंचित कर रही हैं, जबकि श्रमिकों को इस समय मिल रहा बोनस इतना कम है कि वे अपने बच्चों के लिए मिठाई तक नहीं खरीद सकते। मोदी ने कहा, अब कोई भी मुख्यमंत्री मुझसे यूरिया की मांग नहीं कर रहा। देश को आजादी मिलने के बाद पहली बार यूरिया की काला बाजारी नहीं हुई है।