जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहेंगे। इस अवसर पर उज्ज्वला योजना और विश्व बॉयोफ्यूल दिवस पर शार्ट फिल्म भी दिखाई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी अमृतसर, देहरादून, इम्फाल, उत्तरी गोवा और गोरखपुर निवासी महिला लाभार्थियों से बातचीत भी करेंगे।
क्या है उज्ज्वला योजना उज्ज्वला योजना की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। इस योजना का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले (BPL) पांच करोड़ परिवारों की महिला सदस्यों के नाम पर एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराना था।
अप्रैल 2018 में योजना का विस्तार करते हुए सात और श्रेणियों की महिला लाभार्थियों को शामिल किया गया। बता दें कि सरकार ने योजना का विस्तार करते हुए इसमें अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, पीएमएवाई, एएवाई, सबसे पिछड़ा वर्ग, चाय बागान, वनवासी, द्वीप समूह शामिल किया। इसके साथ ही योजना के लक्ष्य को भी 5 से बढ़ाकर 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन कर दिया गया।
उज्ज्वला 2.0 योजना की जरूरत क्यों वित्तवर्ष 21-22 के केंद्रीय बजट में PMUY के तहत एक करोड़ अतिरिक्त एलपीजी कनेक्शन देने का भी ऐलान किया गया था। इन एक करोड़ अतिरिक्त PMUY कनेक्शन (उज्जवला 2.0 के तहत) का उद्देश्य उन कम आय वाले परिवारों को मुक्त एलपीजी कनेक्शन देना है, जिन्हें PMUY के पहले चरण के तहत कवर नहीं किया जा सकता था।
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एलपीजी कनेक्शन और पहली रिफिल मुफ्त उज्जवला 2.0 के लाभार्थियों को डिपॉजिट फ्री एलपीजी कनेक्शन के साथ पहली रिफिल और हॉटप्लेट बिल्कुल मुफ्त दी जाएगी। इसके साथ ही न्यूनतम कागजी कार्रवाई की जरूरत होगी। खास बात यह है कि उज्ज्वला 2.0 का लाभ लेने के लिए लोगों को राशन कार्ड या एड्रेस प्रूफ जमा करने की जरूरत नहीं होगी। पंसदीदा वितरक चुनने की सुविधा उज्ज्वला योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 2021 के लिए आवेदक अपनी पसंद के किसी भी वितरक को या तो वितरक के पास आवेदन जमा करके या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से एप्लीकेशन देकर कर सकते हैं। मतलब इस बार आवेदक को अपनी पसंद के वितरक (जैसे इंडेन, भारतगैस या एचपी गैस) चुनने की सुविधा भी दी गई है।