गंगा में गंदा पानी गिरने से रोकने के लिए…
बता दें कि बयान में आगे यह भी बताया गया है कि प्रधानमंत्री जिन सीवेज आधारभूत संरचना परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे, उनमें पटना में कर्मालिचक में 96.54 किलोमीटर लंबे सीवेज नेटवर्क और सीवेज पम्पिंग स्टेशन, 11 एमएलटी जलमल शोधन क्षमता वाला संयंत्र, बाढ़ में मलजल प्रवाहित करने वाले तीन बड़े नालों का पानी नदी में गिरने से रोकने और उनके बहाव का मार्ग बदलने के लिए तीन एसपीएस, सुल्तानगंज में 10 एमएलडी क्षमता वाला मलजल शोधन संयंत्र, 4 एसपीएस और पांच गंदे नालों को बंद करने और उनके बहाव का रास्ता बदलने तथा नौगछिया में नौ एमएलडी क्षमता वाले जलमल शोधन संयंत्र, छह एसपीएस और नौ गंदे नालों को नदी में बहने से रोकने और उनका बहाव बदलने की परियोजनाएं शामिल हैं। बयान के अनुसार, इन परियोजनाओं पर 452.24 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इनके बन जाने से 6.7 करोड़ लीटर गंदा पानी गंगा नदी में गिरने से रोका जा सकेगा।
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