दरअसल, आज गहलोत गुट के विधायकों ने कहा था कि यदि हाई कमान उनकी बात नहीं सुनेगा तो वो सामूहिक इस्तीफा दे देंगे। इन विधायकों की मांग है कि सीपी जोशी को सीएम बनाया जाए तो कुछ चाहते हैं कि गहलोत ही सीएम बने रहें। वहीं, पायलट के खेमे के विधायक भी गुस्से में है। इस मुद्दे को हल करने के लिए अजय माकन, खड़गे, पायलट और रघु शर्मा ने एक बैठक भी की। इस बीच सोनिया गांधी ने पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे को संदेश दिया है कि चाहे सारी रात भर बैठना पड़े पर ये मामला आज ही सुलझाने के लिए कहा था। इसके साथ खड़गे और माकन को एक-एक विधायकों से बातचीत करने के लिए कहा गया लेकिन ये मामला और उलझ गया है।
जब इस मामले पर केसी वेणुगोपाल ने गहलोत से कहा कि वो अपने विधायकों से बात करें तो उन्होंने इस मामले पर कहा कि विधायकों को शांत करना उनके बस के बात नहीं है। बता दें कि यदि गहलोत गुट के विधायकों की बात नहीं मानी गई तो एक साथ 92 विधायक इस्तीफा दे सकते हैं जिससे कांग्रेस के लिए नई मुसीबत खड़ी हो सकती है।
अब राजस्थान के सियासी ड्रामे की आंच अब दिल्ली से लेकर केरल तक पहुँच गई है और बीजेपी भी इसपर चुटकी ले रही है। राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट करते हुए लिखा- “रूझान आने प्रारंभ… ~ जय भाजपा-तय भाजपा ~ #2023.”
बीजेपी के केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्विटर पर “राहुल गांधी, अशोक गहलोत और सचिन पायलट की एक फोटो शेयर करते हुए लिखा- कृपया पहले इन्हें जोड़ लो फिर भारत जोड़ों यात्रा करें।”