महबूबा मुफ्ती ने जताया शोक
आपको बता दें कि गुलाम नबी पटेल की हत्या के बाद खबर सामने आई थी कि वे पीडीपी के नेता हैं, लेकिन कुछ ही देर में पीडीपी ने आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया कि गुलाम नबी पटेल पार्टी से नहीं जुड़े थे। दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मृतक नेता कभी भी पार्टी से नहीं जुड़ा है। हलांकि मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने स्थानीय नेता के मौत पर दुख प्रकट किया। बता दें कि पीडीपी और कांग्रेस के पल्ला झाडने के बाद नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला ने हत्या पर शोक जताते हुए कहा कि गुलाम नबी पटेल की हत्या बेहद ही दुखद है। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही निराशाजनक और दुखद है कि पीडीपी और कांग्रेस उन्हें अपनाने से इनकार कर रही है। यदि गुलाम नबी उन दोनों पार्टियों के नहीं हैं तो फिर उन्हें नेशनल कान्फ्रेंस का सदस्य कह लीजिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गुलाम नबी की शहादत इस बात को प्रमाणित करता है कि पीडीपी और कांग्रेस अपनी सदस्यों और पार्टी वर्करों के प्रति कितना संवेदनशील है।
कैसे हुआ यह हादसा
गौरतलब है कि गुलाम नबी पटेल पुलवामा के डांगेरपोरा शादीमार्ग के रहने वाले हैं। आतंकियों ने पटेल पर जानलेवा हमला राजपोरा चौक पर किया। हमले के तुरंत बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया हालांकि वहां से उन्हें श्रीनगर रेफर कर दिया गया। इसी दरमियान रास्ते में ही गुलाम नबी पटेल ने दम तोड़ दिया। बता दें कि हमले के बाद पुलिस ने आतंकियों की तलाश के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुलवामा के राजपुरा चौक में आतंकवादियों ने पटेल के वाहन को घेरकर गोलीबारी कर उन्हें और उनके सुरक्षा कर्मियों को घायल कर दिया। मले में उनके दो सुरक्षा कर्मी घायल हो गए हैं। हमले के बाद आतंकी उनकी सर्विस राइफल भी लेकर भाग गए।