महाराष्ट्र में सियासी भूचाल, नेताओं ने चलाए 'शब्दों के बाण'
नई दिल्लीPublished: Jul 02, 2023 08:47:44 pm
अजित पवार के साथ आने से भाजपा को भी अब सत्ता संतुलन का बेहतरीन मौका मिल गया है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे भले ही सत्ता की अगुआई कर रहे हों लेकिन राज्य की असली बागडोर तो भाजपा के हाथ में ही है। अजित पवार का साथ मिलने से भाजपा जहां एकनाथ शिंदे गुट से 'मोलभाव' कर सकेगी वहीं सत्ता का रिमोट कंट्रोल हरहाल में अपने हाथ में रखना चाहेगी।


महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार
नई दिल्ली। एनसीपी नेता अजित पवार के अपने समर्थक विधायकों के साथ एनडीए में शामिल होने के फैसले ने महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी भूचाल ला दिया है। भाजपा और शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने फैसले के बाद जहां अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया, वहीं कई समर्थक विधायकों को मंत्री पद की शपथ भी दिलाई। डिप्टी सीएम बनते ही अजित पवार ने ना सिर्फ एनसीपी पर दावा ठोका बल्कि अपने इरादे भी जाहिर कर दिए। अजित पवार के साथ आने से भाजपा को भी अब सत्ता संतुलन का बेहतरीन मौका मिल गया है। शिवसेना के एकनाथ शिंदे भले ही सत्ता की अगुआई कर रहे हों लेकिन राज्य की असली बागडोर तो भाजपा के हाथ में ही है। अजित पवार का साथ मिलने से भाजपा जहां एकनाथ शिंदे गुट से 'मोलभाव' कर सकेगी वहीं सत्ता का रिमोट कंट्रोल हरहाल में अपने हाथ में रखना चाहेगी। उधर, महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के सियासी पैतरे के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस, शिवसेना के उद्वव गुट समेत कई नेताओं की ओर प्रतिक्रिया व्यक्त की गई। आइए नेताओं के बयानों पर डालते हैं नजर--