जनता का अपमान केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि देश के लोकतंत्र की तुलना गद्दाफी और सद्दाम हुसैन से करना जनता का अपमान है। गद्दाफी और सद्दाम का शासन जैसी स्थिति देश में 1975 से 1977 के दौरान ही रही है।
ये है राहुल गांधी का बयान केरल के वयनाड से सांसद राहुल गांधी ने अपने बयान में पीएम मोदी की तुलना तुलना सद्दाम हुसैन और गद्दाफी से की है। भारतीय लोकतंत्र को इराक और लीबिया जैसा बताया है। उन्होंने कहा है कि चुनाव सिर्फ मतदान के दिन मशीन का बटन दबा देना नहीं होता।
अहम सवाल यह है कि देश में कौन सा नैरेटिव गढ़ा जा रहा है। देश के शासन-प्रशासन के सभी तंत्र ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं। न्यायपालिका निष्पक्ष है कि नहीं। संसद में किन मुद्दों पर बहस हो रही है। लोकतंत्र में चुनाव का संबंध इन सबसे होता है। उन्होंने कहा कि चुनाव तो सद्दाम हुसैन और गद्दाफी भी करवाते थे।