केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रविवार को की थी अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश
नई दिल्ली। कैबिनेट के प्रस्ताव पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के हस्ताक्षर हो जाने के बाद अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश की थी। हालांकि इस फैसले की कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आलोचना की है। कांग्रेस नेता अश्वनी कुमार ने जहां इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया है। वहीं कपिल सिब्बल ने इसे राजनैतिक असहिष्णुता करार दिया है। मुख्यमंत्री नबाम टुकी आज सोनिया और राहुल से मिलेंगे।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार सुबह कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की गई है।
किसने क्या कहा?
कांग्रेस नेता नारायण सामी- राजभवन बीजेपी हेडक्वार्टर बन गया है और गवर्नर बीजेपी एजेंट की तरह काम कर रहे हैं।
–सेंट्रल मिनिस्टर किरण रिजिजू- अरुणाचल प्रदेश में सियासी हालात बिगड़ चुके हैं और प्रदेश की जनता लंबे समय से इसे झेल रही थी।
अरविंद केजरीवाल- ऐसा करना संविधान की हत्या। बीजेपी इलेक्शन हार गई तो अब पिछले दरवाजे से सत्ता हथियाने की कोशिश कर रही है।
नीतीश कुमार- यह मामला सुप्रीम कोर्ट की कांस्टीट्यूशनल बैंच के पास है
क्या है मामला?
अरुणाचल प्रदेश में पिछले साल 16 दिसंबर को राजनीतिक संकट शुरू हो गया था, जब कांग्रेस के 21 बागी विधायकों ने बीजेपी के 11 सदस्यों और दो निर्दलीय विधायकों के साथ मिलकर एक अस्थाई स्थान पर आयोजित सत्र में विधानसभा अध्यक्ष नबाम रेबिया पर ‘महाभियोग’ चलाया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस कदम को ‘अवैध और असंवैधानिक’ बताया था।