अब तस्वीर पर कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि जिस तस्वीर को चीनी राजदूत से मुलाकात का नाम दिया जा रहा है , वो दरअसल एक फूड फेस्टिल के दौरान की है।
Rahul Gandhi
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक चीनी राजदूत से मुलाकात का मामला अभी शांत ही हुआ था कि एक और तस्वीर वायरल होने लगी है। इसमें चीनी राजदूत के साथ राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी वाड्रा, रॉबर्ट वाड्रा और उनका बेटा मयंक वाड्रा देखे जा सकते। अब तस्वीर पर कांग्रेस ने सफाई देते हुए कहा है कि जिस तस्वीर को चीनी राजदूत से मुलाकात का नाम दिया जा रहा है , वो दरअसल एक फूड फेस्टिल के दौरान की है।
कुछ समय पहले भी चीनी राजदूत के साथ राहुल गांधी एक तस्वीर वायरल हुई थी। जिसे कांग्रेस ने झूठा करार दिया था। लेकिन चीनी दूतावास द्वारा आधिकारी पुष्टि कर दी थी। चीनी दूतावास ने अपनी साइट पर इस राजदूत लू झाओहुई से कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मुलाकात को लेकर फोटो और जानकारी साझा की थी। हालांकि कुछ ही देर बाद इसे हटा भी लिया था। इससे कयास लगाए जा रहे थे कि चीन इस मुलाकात को छिपाना चाहता था या गलती से ये जानकारी पोस्ट हो गई।
It is my job to be informed on critical issues. I met the Chinese Ambassador, Ex-NSA, Congress leaders from NE & the Bhutanese Ambassador
विवाद बढ़ता देख राहुल गांधी ने खुद ट्वीट कर कहा था कि देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर जानकारी लेना मेरा हक है। राहुल ने साफ कहा था कि उन्होंने पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, पूर्वोतर के कांग्रेसी नेताओं के साथ उन्होंने भूटान राजदूत से मुलाकात की थी।
If Govt is so concerned abt me meeting an Amb,they shld explain why 3Ministers are availing Chinese hospitality while the border issue is on pic.twitter.com/4FCuu9SiAe — Office of RG (@OfficeOfRG) July 10, 2017
आपके मंत्री चीन में क्यों हैं
साथ ही राहुल ने कहा था कि, अगर सरकार चीनी राजदूत के साथ मेरी मुलाकात को लेकर इतनी ही चिंतित है, तो उन्हें भी इस बात का जवाब देना चाहिए कि जब सीमा पर विवाद है तो क्यों आपके 3 मंत्री चीन की यात्रा पर हैं।
सीमा पर चीन से तनातनी
गौरतलब है कि चीन से तिब्बत सीमा को लेकर लंबे असरे से तनातनी जारी है। सीमा पर भारतीय सेना ने जवानों ने तंबू गाड़ दिया है। जिसके बाद चीनी मीडिया लगातार भारत को युद्ध की धमकी दे रहा है। कुछ समय पहले तो चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने कहा था कि अगर भारतीय सेना सीमा से पीछे नहीं हटी तो भारत को शर्मिंदा होना पड़ सकता है।