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प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री से बीजेपी में खलबली, प्रवक्ता से लेकर पीएम तक ने साधा निशाना

locationनई दिल्लीPublished: Jan 23, 2019 06:24:59 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से राजनीति में प्रियंका गांधी के रुप में ब्रह्मास्त्र चलाने से बीजेपी में खलबली मच गई है।

प्रियंका गांधी

प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री से बीजेपी में खलबली, प्रवक्ता से लेकर पीएम तक ने साधा निशाना

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने नेहरु गांधी परिवार के एक और सदस्य प्रियंका गांधी वाड्रा के रुप में तुरुप का इक्का चल दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को प्रियंका को पार्टी महासचिव नियुक्त कर उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से का प्रभारी बनाया है। कांग्रेस की ओर से अचानक प्रियंका को लेकर लिए गए इस फैसले से बीजेपी में मानो हड़कंप मच गया है। बीजेपी के प्रवक्ता ही नहीं बल्कि केंद्रीय मंत्री और खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी राहुल गांधी के बहाने प्रियंका पर निशाना साधा है।

कुछ लोगों के लिए परिवार ही पार्टी: पीएम नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए बगैर नाम लिए प्रियंका पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के लिए परिवार ही पार्टी है। लेकिन बीजेपी में पार्टी ही परिवार है। सिर्फ बीजेपी में ही लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन होता है। बीजेपी लोकशाही के लिए प्रतिबद्ध है।

प्रियंका की भूमिका सीमित क्यों की गई: रविशंकर प्रसाद

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रियंका जी को जनरल सेक्रेटरी बनने के बाद मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। लेकिन यह पार्टी परिवारवादी है तो ऐसे में यह फैसला कोई असमान्य बात नहीं। यहां प्रियंका गांधी के लिए चुनौती वाली बात ये है कि उन्हें सिर्फ पूर्वी उत्तर प्रदेश तक सीमित भूमिका ही क्यों दी गई है?

राहुल गांधी को सहारे की जरुरत: स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रियंका गांधी को लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाना ये बताता है कि खुद कांग्रेस को भी राहुल गांधी पर भरोसा नहीं रही। कांग्रेस को इस बात पर विश्वास नहीं है कि वो राहुल में इतना दम नहीं है कि वो अपने बल पर लोकसभा चुनाव जीत पाए। राहुल गांधी को किसी न-किसी सहारे की जरूरत थी और वही सहारा प्रियंका गांधी हैं।

राहुल गांधी अब विफल रहे: जेपी नड्डा

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के यूपी प्रभारी जेपी नड्डा ने कहा कि प्रियंका गांधी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस की महासचिव बन गई हैं, लेकिन सभी जानते हैं कि यह घरेलू कंपनी कैसे काम करती है। यह कांग्रेस की ओर से पहली आधिकारिक घोषणा भी है कि राहुल गांधी अब विफल रहे हैं। अब उन्हें सबको बताना चाहिए कि परिवारवादी सोच का क्या दृष्टिकोण है?
एक ही परिवार को बढ़ा रही कांग्रेस: पीयूष गोयल
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस का महासचिव नियुक्त किया जाना दर्शाता है कि इस पार्टी में एक ही परिवार को बढ़ावा दिया जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग और गरीबों को आगे बढ़ाने के लिए काम कर रहें जबकि कांग्रेस पार्टी सिर्फ एक ही परिवार को बढ़ावा दे रही है।
परिवार पॉलिटिक्स पर खतरा: जीवीएल नरसिम्हा
बीजेपी के राज्यसभा सांसद जीवीएल नरसिम्हा राव ने ट्विटर पर लिखा कि यूपी ईस्ट के लिए प्रियंका वाड्रा (गांधी) को महासचिव के रूप से नियुक्त करना 2019 की सबसे UN-EVENTFUL NEWS है। फिर भी चाटुकारों के लिए यह बड़ी खबर है। प्रियंका कार्ड हर चुनाव से पहले खेला जाता आया है। हर बार यह फ्लॉप साबित हुआ। परिवार पॉलिटिक्स पर खतरा मंडरा रहा है।
कांग्रेस के लिए परिवार ही पार्टी: संबित पात्रा
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस को राज्यों में महागठबंधन के हिस्से के रूप में स्वीकार नहीं किया गया है, इसलिए परिवार में एक बैसाखी की तलाश की गई है। प्रियंका जो उनके (राहुल के) परिवार से हैं, उनके लिए एक बैसाखी की तरह हैं। पात्रा ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच यही बुनियादी अंतर है। बीजेपी के लिए पार्टी परिवार है जबकि कांग्रेस के लिए परिवार ही पार्टी है। सभी चयन केवल एक ही परिवार से किए जाते हैं। कहीं राहुल फेल हो गए..तो नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी के बाद अगला कौन होगा? केवल एक परिवार! नया भारत यह सवाल पूछ रहा है।

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