प्रियंका ने कहा कि संभवत: अपनी इस्तीफा पत्र में तो नहीं लेकिन कहीं और उन्होंने कहा था कि हममें से कोई भी पार्टी का अध्यक्ष गांधी परिवार से नहीं होना चाहिए। मैं उनके इस विचार से पूरी तरह से सहमत हूं। मुझे लगता है कि पार्टी को अपना रास्ता भी खोजना चाहिए।
Sushant Singh Rajput Case : 3 मिनट के फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने CBI को सौंपी बागडोर, मुंबई पुलिस को जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश पार्टी का अध्यक्ष मेरा भी बॉस होगा प्रियंका के इस विचार का दावा एक नई किताब ‘इंडिया टुमॉरो’ में किया गया है। इसके लेखक प्रदीप चिब्बर और हर्ष शाह हैं। इसे 13 अगस्त को प्रकाशित किया गया था। इस पुस्तक में बताया गया है कि प्रियंका गांधी ने कहा है कि एक पार्टी अध्यक्ष भले ही गांधी परिवार से नहीं हो, वह उनका ‘बॉस’ होगा। वाड्रा ने कहा कि अगर पार्टी अध्यक्ष कल मुझे कहते हैं कि मुझे तुम्हारी जरूरत उत्तर प्रदेश में नहीं, बल्कि अंडमान व निकोबार में है, तो मैं खुशी से अंडमान और निकोबार चली जाऊंगी।
सोनिया गांधी को बनाया गया था अंतरिम अध्यक्ष बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। साथ ही पार्टी की अंदरूनी बैठक में कथित रूप से जोर देकर कहा था कि अगला अध्यक्ष किसी गैर-गांधी शख्स को बनाया जाए। सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) को पिछले साल अगस्त में पार्टी का अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी के नए अध्यक्ष के चुनाव होने तक सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बनी रहेंगी।
Sushant Singh Rajput Case : Supreme Court का फैसला मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के लिए बड़ा झटका रेहान को बताया था लेन-देन का हिसाब किताब इस पुस्तक में प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि 2013 में जब बीजेपी ने उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ( Robbert vadra ) पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने शुरू किए तो उन्होंने अपना हर लेन-देन बेटे रेहान को दिखाया था। उस समय वह 13 साल का था। ऐसा उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय ( Enforcement Directorate ) में उनके पति से होने वाली पूछताछ और इस मामले में तमाम टीवी बहसों से उनके बच्चों पर असर पड़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए किया था।