उन्होंने लोगों को संबोधित करते कहा कि जब से भाजपा की सरकार आपके प्रदेश में आई है, तब से आपकी आत्मा पर हमला किया गया है। उन्होंने कहा, “भाजपा को जंगल के हजारों रंग नहीं दिखते, ये आपकी आदिवासी संस्कृति को बर्बाद करते हैं। जो कानून आपकी संस्कृति बचाने के लिए बनाए गए, उन कानूनों को हटाने की भाजपा ने पूरी कोशिश की। इसी संघर्ष में इंदिरा गांधी हमेशा जल जंगल जमीन पर आदिवासियों के अधिकार बचाने में लगी रहीं।”
उन्होंने कहा, “आपकी संस्कृति की रक्षा करना कांग्रेस के कण-कण में है।” प्रियंका ने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में जमीन के लिए आदिवासी भाई-बहनों की निर्मम हत्या का जिक्र किया और कहा कि वहां भाजपा की सरकार है।
उन्होंने कहा, “आज महिलाओं के साथ दुराचार की घटनाओं में पृद्धि हुई है। उत्तर प्रदेश में एक विधायक पर दुष्कर्म का आरोप लगा और उसे बचाने में भाजपा लगी रही। जब लोगों का दबाव बढ़ा तब कार्रवाई हुई। आज झारखंड में भी ऐसे ही आरोपी एक प्रत्याशी के मंच पर प्रधानमंत्री रहते हैं और भाजपा के लिए वोट मांगते हैं।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सच नहीं बोलने का आरोप लगाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री सच्चाई नहीं बोलते हैं और असफल छात्र की तरह केवल बहाने बनाते हैं। आज जब अर्थव्यवस्था बर्बाद हो रही है तो सरकार नए-नए कानून लाकर लोगों का ध्यान बांट रही है। असम में एनआरसी और नागरिकता कानून के विरोध पर गोलियां चलाई गईं।”
कांग्रेस नेता ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देती हूं कि सीएनटी एसपीटी पर बोलिए, दुष्कर्म पर बोलिए, गायब रोजगार पर बोलिए। आखिर भाजपा सरकार ने पांच साल में कैसी सरकार दी है।” कांग्रेस को गरीबों की चिंता करने वाली पार्टी बताते हुए प्रियंका ने कहा, “छत्तीसगढ़ में २७ फीसद आरक्षण पिछड़ों को मिल रहा है। पाकुड़ में १५० रुपये किलो प्याज मिल रही है।
भाजपा सरकार के शासन में गरीबों से पैसा छीनकर अमीरों को दिया जा रहा है। इन्होंने मनरेगा को बंद कर दिया। बच्चों के चार हजार स्कूल बंद कर दिए। पारा शिक्षकों के आंदोलन को कुचला गया। आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका से ज्यादती की गई है। आज स्थिति ऐसी आ गई है कि रेलवे, एयरपोर्ट तक को बेच रहे हैं।”