7 नगर निगमों में कांग्रेस की एकतरफा जीत अभी तक आए सात निगमों के चुनाव परिणामों में कांग्रेस ने क्लीन स्वीप कर लिया है। निकाय चुनाव नतीजों से बीजेपी के अरमानों पर से पानी फिर गया है। इन नतीजों के बीच सबसे बड़ा झटका भारतीय जनता पार्टी को लगा है। जबकि कांग्रेस, शिअद, बीजेपी और आप के लिए 2022 के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर ये चुनाव बेहद अहम है।
इन निकायों में कांग्रेस ने बनाई बढ़त अभी तक कांग्रेस ने अबोहर, भटिंडा, कपूरथला, होशियारपुर, मोगा और बटाला नगर निगम में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल कर ली है। वहीं जगरांव, खन्ना, लालरू, समरला, जीरकपुर, खरार, डेराबस्सी, राजपुरा, पठानकोट, नंगल सहित अधिकांश निकायों में निर्णायक बढ़त की ओर अग्रसर है। अभी क चुनाव परिणामों के लिहाज से शिरोमणि अकाली दी दूसरे नंबर पर तो आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर है।
बीजेपी को किसानों ने सिखाया सबक खास बात है कि कांग्रेस ने किसान आंदोलन को खुलकर समर्थन किया था। राहुल गांधी लगातार इस बात का दावा करते आए हैं कि केंद्र सरकार की बेरूखी का जवाब किसान पंजाब सहित पूरे देश में देंगे। फिलहाल कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब निकाय चुनाव में किसानों के बीजेपी को किसानों की अनदेखी का सबक सिखा दिया है। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद भी राहुल गांधी ने दावा किया था कि कृषि कानूनों को केंद्र सरकार को वापस लेना होगा। नहीं तो इसके बुरे परिणाम होंगे। जिसका अंदाजा अभी मोदी सरकार को नहीं है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी किसान पंचायत में भी हिस्सा लिया था। बिजनौर में हुई किसान पंचायत में प्रियंका गांधी ने कहा था कि आपका साथ नहीं छोड़ूंगी। पंजाब स्थानीय निकाय चुनाव में अभी तक के नतीजों को देखते हुए लग रहा है कि कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में कामयाब हुई है।
चुनाव परिणाम हैरान करने वाले बता दें कि पंजाब में 117 शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है। कृषि कानूनों के विरोध के बीच हुए चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा होता नजर आ रहा है। बीजेपी के लिए तो पंजाब शहरी निकाय चुनाव के नतीजे हैरान करने वाले हैं। कुछ एक निकायों में तो बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है। हालांकि कुछ स्थानों पर बीजेपी के प्रत्याशी जीते भी हैं।
इस चुनाव में कुल 9 हजार 222 प्रत्याशी मैदान में हैं। इस चुनाव में कुल 2ए252 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम हैं। गौरतलब है कि बूथ कैप्चरिंग और झड़प के आरोपों के बीच राज्य में 14 फरवरी को 39,15,280 मतदाताओं के मत डालने के साथ 71.39 प्रतिशत मतदान हुआ था।