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PM Modi को Rahul Gandhi की चुनौती: जो सच के लिए लड़ते हैं, उन्हें डराया नहीं जा सकता

locationनई दिल्लीPublished: Jul 08, 2020 10:44:22 pm

राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने ट्वीट कर पीएम मोदी ( pm modi ) को दी चुनौती।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) ने कांग्रेस के तीन ट्रस्टों की जांच के लिए बनाई समिति।
कांग्रेस ( Indian National Congress ) ने इसे बताया मोदी सरकार ( Modi govt ) की कायरतापूर्ण कार्रवाई।

Rahul Gandhi challenges PM Modi

Rahul Gandhi challenges PM Modi

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( pm modi ) का नाम लेकर सीधे चुनौती दी कि जो सच्चाई के लिए लड़ते हैं, उन्हें खरीदा और डराया नहीं जा सकता। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का यह ट्वीट बुधवार शाम को केंद्रीय गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा कानून के कथित उल्लंघनों की जांच के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति गठित किए जाने के बाद सामने आया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, “श्री मोदी को लगता है कि पूरी दुनिया उन के जैसी ही है। उन्हें लगता है हर किसी की क़ीमत होती है या डराया जा सकता है। वो कभी नहीं समझेंगे कि जो सच के लिए लड़ते हैं, उन्हें ख़रीदा और डराया नहीं जा सकता।”
वहीं, इस संबंध में कांग्रेस पार्टी (Indian National Congress ) द्वारा एक बयान भी जारी किया गया है। इस बयान में कहा गया है कि घबराई हुई मोदी सरकार ( Modi govt ) की इस कायरतापूर्ण कार्रवाई से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और उसका नेतृत्व डरने वाला नहीं है।
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1280816400366309377?ref_src=twsrc%5Etfw
इसे लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार से कई सवाल किए। उन्होंने पूछा कि क्या राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को विदेशी स्रोतों, व्यक्तियों, संस्थाओं, संगठनों और सरकारों सहित सभी स्रोतों से मिले दान और प्राप्त राशि की मोदी सरकार जांच करेगी?
सुरजेवाला ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी ( Bhartiya Janata Party ) का नेतृत्व उसके गहरे चीनी संबंधों पर पूछे जा रहे सवालों से घबरा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि चीनी संस्थाओं द्वारा प्रधानमंत्री कोष में अस्पष्ट दान और चीनी स्वामित्व वाले व्यवसायों को बढ़ावा देने का सिलसिला जारी है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बुधवार को एक अंतर-मंत्रालयी समिति का गठन किया है। इसका उद्देश्य राजीव गांधी फाउंडेशन सहित नेहरू-गांधी परिवार से संबंधित तीन ट्रस्टों द्वारा धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) सहित विभिन्न कानूनों के कथित उल्लंघनों की जांच में समन्वय है।
https://twitter.com/rssurjewala?ref_src=twsrc%5Etfw
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में बताया कि अंतर-मंत्रालयी समिति का नेतृत्व प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक विशेष निदेशक द्वारा किया जाएगा।

वहीं, इससे पहले भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प और वास्तविक नियंत्रण रेखा से सैनिकों को पीछे हटाए जाने की प्रक्रिया पर कांग्रेस नेता पीए चिदंबरम ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “मैं चीनी सैनिकों द्वारा मुक्त करने और वापस जाने का स्वागत करता हूं। क्या कोई हमें वह स्थान बताएगा, जहां से चीनी सैनिक विस्थापित हुए थे और जिस स्थान पर वे अब हैं।”
इसके बाद उन्होंने ट्वीट किया, “इसी प्रकार वह कौन सी जगह है जहां से भारतीय सैनिकों को विस्थापित किया गया था? क्या कोई भी सेना- चीनी या भारतीय – LAC के एक तरफ से दूसरी तरफ जाती है? इन सवालों का जवाब जरूरी हैं, क्योंकि भारतीय लोग 15 जून को क्या और कहां हुआ, इसका पता लगाने के लिए ट्रेजर हंट पर हैं।”
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