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राहुल गांधी की इफ्तार पार्टी: नहीं आए बड़े नेता, महागठबंधन के नेतृत्व पर उठे सवाल

locationनई दिल्लीPublished: Jun 14, 2018 10:25:54 am

दिल्ली के ताज पैलेस होटल में हुई कांग्रेस की इस इफ्तार पार्टी में धार्मिक और राजनीतिक जमावड़े के बीच एक तरफ जहां भाजपा के खिलाफ बन रहे महागठबंधन की चर्चा हुई वहीं पीएम मोदी के कल जारी हुए फिटनेस चलेंगे के वीडियो पर जमकर ठहाके लगे

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की पहली इफ्तार पार्टी में सियासी नेताओं का जमावड़ा हुआ। दिल्ली के ताज पैलेस होटल में हुई कांग्रेस की इस इफ्तार पार्टी में धार्मिक और राजनीतिक जमावड़े के बीच एक तरफ जहां भाजपा के खिलाफ बन रहे महागठबंधन की चर्चा हुई वहीं पीएम मोदी के कल जारी हुए फिटनेस चलेंगे के वीडियो पर जमकर ठहाके लगे। इफ्तार पार्टी में कांग्रेस ने 18 राजनीतिक दलों के नेताओं को न्योता दिया था लेकिन केवल दस दलों के नेता ही इस पार्टी में शामिल हुए।
दिग्गज नेताओं का जमावड़ा

कांग्रेस की इफ्तार पार्टी में पार्टी के साथ अन्य दलों के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल और पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के अलावा सीपीएम के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी समेत जेडीयू के पूर्व नेता शरद यादव, टीएमसी के दिनेश त्रिवेदी, एनसीपी के डीपी त्रिपाठी, आरजेडी के मनोज झा, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके के कनिमोझी, एआईयूडीएफ के बदरुद्दीन अजमल, जेएमएम के हेमंत सोरेन, आरएलडी के डॉ. मिराजदुद्दीन, जेडीएस के दानिश अली आदि शामिल हुए।
नहीं आए ममता और अखिलेश

राहुल गांधी की इफ्तार पार्टी में जो बड़े नेता शामिल नहीं हुए उनमें तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सपा मुखिया अखिलेश यादव, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और एनसीपी के शरद पवार नहीं पहुंच पाए हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को नहीं बुलाया गया था।
महागठबंधन पर चर्चा

राहुल गांधी की इस इफ्तार पार्टी में कांग्रेस की ओर से 18 राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया था। राजनीति के पंडितों का मानाना है कि कांग्रेस नई यह कदम विपक्षी एकजुटता की जमीन मजबूत बनाने के लिए उठाया था। हालांकि इस पार्टी में कई सारे महत्वपूर्ण और बड़े नेताओं के न आने से कांग्रेस को निराशा हुई। इससे पहले सोनिया गांधी ने 2015 में इफ्तार का आयोजन किया था।
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1006931740865146880?ref_src=twsrc%5Etfw
राहुल की स्वीकार्यता पर सवाल

राहुल गांधी की यह पार्टी महागठबंधन की जमीन मजबूत करने के लिए आयोजित की गई थी। लेकिन राजनीतिक हलकों में इस पार्टी को बहुत सफल नहीं माना जा रहा है। एक तो विपक्ष के बड़े नेता इस पार्टी से गायब रहे। दूसरे पार्टी में मौजूद नेता भी तीसरे मोर्चे या भाजपा के खिलाफ प्रस्तवित महागठबंधन पर खुलकर बोलने से बचते रहे। बड़े नेताओं की गैरमौजूदगी ने इस बात को जाहिर कर दिया कि 2019 में राहुल गांधी का नेतृत्व स्वीकारने को लेकर कोई भी दल अभी फैसला करने के मूड में नहीं है। राहुल गांधी की इस बेरंग पार्टी पर कांग्रेस के नेताओं की दलील है कि आखिरी वक्त में इफ़्तार के आयोजन के फैसले के चलते विपक्ष के बड़े नेता इसमें शामिल नहीं हो पाए। लेकिन इस बात के पीछे की हकीकत सबको पता है।
पीएम की फिटनेस वीडियो का बना मजाक

राहुल गांधी की इफ्तार पार्टी में पीएम के फिटनेस वीडियो का खूब मजाक बनाया गया । पार्टी के दौरान राहुल गांधी ने अपने मेहमानों से पूछा कि आपने पीएम का फिटनेस वीडियो देखा? फिर उन्होंने चुटकी लेते हुए अंगरेजी में कहा कि “it’s bizarre”। कांग्रेस अध्यक्ष की इस टिप्पड़ी पर खूब ठहाके लगे। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी ने सीताराम येचुरी को अपना फिटनेस वीडियो बनाने की सलाह दी, जिस पर फिर से जोरदार ठहाके लगे।
भाजपा ने बताया पॉलिटिकल इंजीनियरिंग

राहुल गांधी की इफ्तार पार्टी पर तंज कस्ते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास ने कहा कि यह इफ्तार पार्टी केवल दिखावा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस को मुस्लिमों की बेहतरी से कुछ भी लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा किराहुल गांधी की इफ्तार पार्टी महज पॉलिटिकल इंजीनियरिंग है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस की इफ्तार पार्टी केवल वीआईपी लोगों के लिए है। उन्होंने कहा कि भाजपा की इफ्तार पार्टी कॉमन लोगों के लिए थी।

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