सर्जिकल स्ट्राइक के प्रचार प्रसार पर सवाल
गौरतलब है कि POK में 2016 में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर कई आतंकी कैंपों को नष्ट कर दिया था। इस ऑपरेशन में कई आतंकी मारे गए थे। इस कार्रवाई के बाद भारत सरकार ने इसे जमकर प्रचार प्रसार किया था। हालांकि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल और सर्जिकल स्ट्राइक को नेतृत्व कर रहे हुडा ने प्रचार प्रसार को लेकर सवाल खड़े किए थे। हुड्डा ने कहा था कि सर्जिकल स्ट्राइक के इतने प्रचार की जरूरत नहीं थी। उन्होंने कहा था कि सरकार और सुरक्षा बलों को इसपर सावधानी बरतनी चाहिए। पाकिस्तान पर ये कार्रवाई जरूरी थी।
उरी हमले में 19 जवान शहीद
बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल हुडा अपने कार्यकाल के दौरान उत्तरी कमांड का कार्यभार देख रहे थे। गौरतलब है कि पुलवामा हमले से पहले उरी हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे। इसके जवाब में भारत सरकार ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तानी आतंकी संगठनों को नष्ट कर दिया था।