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राहुल गांधी ने पीएम मोदी को रोकने के लिए चला बड़ा दांव, दादी, पिता और मां को यहीं से मिली सत्ता की चाबी

locationनई दिल्लीPublished: Feb 14, 2019 02:55:10 pm

राहुल गांधी ने पीएम मोदी को रोकने के लिए चला बड़ा दांव, दादी, पिता और मां को यहीं से मिली सत्ता की चाबी

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राहुल गांधी ने पीएम मोदी को रोकने के लिए चला बड़ा दांव, दादी, पिता और मां को यहीं से मिली सत्ता की चाबी

नई दिल्ली। जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे वैसे राजनीतिक दलों में हलचल और नेताओं के चुनाव दौरे भी तेज हो रहे हैं। इसी कड़ी में कांग्रेस भी पीछे नहीं है। उत्तर प्रदेश में बहन प्रियंका गांधी को उतारने के बाद अब राहुल गांधी अपने चुनावी समर में जुट गए हैं। राहुल गांधी आज गुजरात के लाल डुंगरी गांव से पीएम मोदी और अमित शाह के गृह राज्य से चुनाव प्रचार का बिगुल फुकेंगे। खास बात यह है कि राहुल गांधी ने गुजरात में हुंकार भरने के लिए उसी जगह को चुना है जिसे उनके पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और कांग्रेस चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने चुना था।

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आक्रामक रूख अपना रखा है। यही वजह है कि पीएम के गृह राज्य में अपनी आदम दर्ज कराने के लिए राहुल गांधी ने विशेष योजना बनाई है। राहुल यहां अपने माता-पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए बड़ा दांव खेलने के मूड में है। आपको बता दें कि 2017 के विधासभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि वो भाजपा को सत्ता में वापसी से नहीं रोक पाई थी। विधानसभा चुनावों के दौरान ही राहुल गांधी की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी की गई थी।

इसलिए चुना ये रास्ता
राहुल गांधी ने गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए पिता राजीव गांधी और मां सोनिया गांधी की रणनीति पर चलने का फैसला किया है। ऐसे इसलिए क्योंकि इंदिरा गांधी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने साल 1984 और मां सोनियां गांधी ने साल 2004 के आम चुनाव में धर्मपुर के लाल डुंगरी गांव से ही सत्ता हासिल करने के लिए चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी। पार्टी का मानना है कि लाल डूंगरी जिसे लाल प्याज भी कहा जात है, देश पर शासन करने के लिए अच्छा शगुन लाता है। दक्षिण गुजरात क्षेत्र के कई गांवों के लोग अभी भी केवल कांग्रेस के हाथ के चुनाव चिन्ह को पहचानते हैं और केवल पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को जानते हैं।
राहुल के रथ के आगे फडणवीस
उधर भाजपा के लिए भी ये प्रतिष्ठा का विषय है क्योंकि पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य में पार्टी किसी भी तरह का जोखिम उठाने के मूड में नहीं है। यही वजह है कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव रथ के असर को कम करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को कमान सौंपी गई है।
राहुल गांधी के दौरे से एक दिन पहले बुधवार को सीएम फडणवीस यहां पहुंचे। उन्होंने भाजपा के 4000 से ज्यादा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष जीतू वघानी की मौजूदगी में मीटिंग की। ये मीटिंग धर्मपुर के राजचंद्रा आश्रम के सभागार में आयोजित की गई। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कैग ने पीएम मोदी और सरकार को राफेल डील मामले में क्लीन चीट दे दी है। जबकि कांग्रेस के नेताओं पर अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टर डील में भ्रष्टाचार के आरोप हैं।

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