उधर राहुल गांधी के इन आरोप पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने तंज कसते हुए जवाब दिया। स्पीकर ने कहा कि अगर एक सांसद सवाल पूछे में ही इतना वक्त लगाएगा तो सदन की कार्यवाही किस तरह चलेगी।
निर्भया गैंगरेप के दोषी से आखिरी बार मिलेंगे परिजन, तय हुआ समय मंगलवार को एक बार फिर राहुल गांधी और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला आमने-सामने हुए। लेकिन एक बार राहुल गांधी के हाथ निराशा ही लगी। राहुल गांधी ने इस निराशा को मीडिया के सामने साझा भी किया। राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला पर सांसदों की आवाज दबाने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि स्पीकर हमारे संसदीय अधिकारों को छीन रहे हैं। आपको बता दें कि सोमवार को राहुल गांधी ने लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से सवाल किया था कि देश के टॉप-50 डिफॉल्टर्स के नाम बताए जाएं।
राहुल के सवाल का जवाब वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिया था। मंगलवार को लोकसभा से बाहर निकलते वक्त राहुल ने मीडिया से कहा कि देश में आर्थिक सुनामी आने वाली है। राहुल गांधी ने कहा कि कल मैंने सवाल पूछा था। आज भी स्पीकर मुझे बोलने नहीं दिया। मेरा हक़ छीना गया। इतना ही नहीं तमिल सांसद तमिल भाषा के बारे में सवाल पूछना चाहते थे लेकिन उन्हें भी सवाल पूछने नहीं दिया। ये तमिल लोगों का अपमान है। यह उनका अधिकार है।
सात साल पहले ही हो गई थी कोरोनावायरस को लेकर भविष्यवाणी, शख्स ने इस तरह किया था खुलासा लोकसभा स्पीकर ने तमिल के लोगों का हक छीना है। राहुल गांधी ने कहा कि संसद में कोई सवाल नहीं पूछ सकता अब ये वन-वे ट्रैफिक बन गया है।
राहुल गांधी के इन आरोपों पर लोकसभा स्पीकर भी चुप नहीं रहे। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही उन्होंने तंज भरे अंदाज में जवाब दिया। लोकसभा स्पीकर ने कहा कि अगर सदन में एक सवाल पूछने में सांसद 15 से 20 मिनट का वक्त लगाएगा तो सदन की कार्यवाही किस तरह चलेगी।
इतना ही नहीं स्पीकर ओम बिरला ने ये भी कहा कि क्वेश्चयन आवर यानी सवाल पूछने का वक्त दोपहर 12 बजे तक होता है। इसके बाद भी कोई सप्लीमेंट्री सवाल करेगा तो उसे समय कैसे दिया जाएगा।