राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के इस बयान से हमारे देश को चोट पहुंची है। हम अपने सहयोगियों को इस सदन में यहां लाए थे, ताकि बाहर दिए गए उनके बयानों पर खेद व्यक्त कर सकें। राजनाथ ने कहा कि राहुल गांधी को भी इस सदन में आना चाहिए और अपने बयान पर माफी मांगनी चाहिए। उन्हें सांसद होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
गौरतलब है कि यह मुद्दा संसदीय मामलों के राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने उठाया। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने 13 दिसंबर, 2001 को हुए संसद हमले में अपने प्राणों की आहूति देने वाले सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मेघवाल ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ के नारे को ‘रेप इन इंडिया’ बना दिया। उन्होंने कहा कि क्या वह लोगों को भारत में दुष्कर्म करने के लिए बुला रहे हैं? इसका क्या मतलब है? यह शर्मनाक है। उन्हें देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए।
इसके बाद भाजपा सदस्य और पश्चिम बंगाल के सांसद लॉकेट चटर्जी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा करते हुए कहा कि क्या राहुल गांधी चाहते है कि लोग भारत में महिलाओं के साथ दुष्कर्म करें? क्या उनकी यही सोच है? वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि इतिहास में यह पहली बार हो रहा है, जब एक सांसद लोगों को ‘भारतीय महिलाओं के साथ दुष्कर्म’ करने का निमंत्रण दे रहे हैं।