साउथ सुपर स्टार रजनीकांत ने आगमी लोकसभा चुनाव में लड़ने से साफ मना कर दिया है, इसके साथ ही उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को समर्थन भी नहीं देंगे। रजनीकांत ने कहा है कि हमारा लक्ष्य लोकसभा चुनाव नहीं बल्कि विधानसभा का चुनाव है। रजनीकांत के इस फैलसे से भाजपा को झटका लग सकता है, क्योंकि ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि लोकसभा चुनाव में रजनीकांत मोदी की अगुवाई वाली भारतीय जनता पार्टी को समर्थन देंगे। लेकिन उनके लोकसभा चुनाव न लड़ने के फैसले ने भाजपा के लिए दक्षिण में थोड़ी मुश्किल बढ़ा दी है।
सुपर स्टार कमल हासन और रजनीकांत के राजनीति में प्रवेश के बाद तो अब पॉलिटिकल पिच्चर और भी उलझ गई है। यह राजनीतिक तस्वीर 2019 के लोस चुनाव के बाद ही साफ हो पाएगी कि तमिलनाडु की सियासत की दिशा कौनसी होगी?
हालांकि, कमल हासन का कहना है कि उनकी पार्टी तमिलनाडु की सभी 39 लोकसभा सीटों और पुदुच्चेरी की एक सीट पर चुनाव लड़ेगी, हालांकि उन्हें कामयाबी कितना मिलेगी ये कहना अभी मुश्किल होगा।
लोक सभा चुनाव 2019 अब और भी दिलचस्प बनता जा रहा है। अब न तो एआईएडीएमके के पास जयललिता है और न ही डीएमके के पास करुणानिधि। कांग्रेस, भाजपा जैसे राष्ट्रीय दलों की तो यहां कोई खास भूमिका नहीं है, ऐसे में कांग्रेस के पास डीएमके का साथ है, लेकिन भाजपा को कोई मजबूत सहारा अब तक मिला नहीं है।