पीएम के दौरे से पहले शुक्रवार को सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने श्रीनगर और जम्मू के सभी प्रवेश और निकास मार्गो को सील कर दिया है। पुलिस व सुरक्षा बल के जवान वाहनों को पूरी तरह से जांचने और तलाशी लेने के बाद ही शहरों में प्रवेश की इजाजत दे रहे हैं। अस्थायी बैरिकेड व मोबाइल बंकरों को यातायात को नियंत्रित करने के लिए तैयार रखा गया है, जिससे कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान कोई भी अनधिकृत गतिविधि नहीं हो सके। शीर्ष अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान सेना द्वारा सुरक्षा दी जा रही है।
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कारगिल को देंगे बड़ी सौगातअपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी राज्य के सभी तीनों हिस्सों का दौरा करेंगे। वह शनिवार को कश्मीर घाटी के बांदीपोरा जिले में 330 मेगावॉट किसनगंगा जलविद्युत परियोजना का उद्धाटन करेंगे। वह कारगिल जिले के द्रास इलाके में जोजिला सुरंग की आधारशिला रखेंगे। इसके पूरा होने के बाद सुरंग से घाटी व लद्दाख क्षेत्र में सभी मौसम में संपर्क बना रहेगा। यह क्षेत्र ठंड के महीनों में देश के बाकी हिस्से से कटा रहता है। पीएम मोदी लेह शहर में सम्मानित लद्दाखी आध्यात्मिक गुरु कुशक बाकुला की 100वीं जयंती समारोह में भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नई दिल्ली लौटने से पहले रविवार को जम्मू में शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एसकेयूएएसटी) के दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे।
मोदी का यह दौरा उनकी सरकार के आतंकवादियों के खिलाफ संघर्षविराम की घोषणा के दो दिन बाद हो रहा है। संघर्षविराम की घोषणा पवित्र रमजान महीने के दौरान शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए की गई है। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, ‘जम्मू में सीमा पर लगातार गोलीबारी दुख और चिंता का कारण है। दुख की बात है कि जब हमारे देश ने रमजान के दौरान ऑपरेशन रोकने के साथ शांति पहल में अग्रणी भूमिका निभाई है, लेकिन पाकिस्तान ने इस पवित्र महीने के लिए कोई सम्मान नहीं दिखाया।’