रालोसपा ने उठाई जेडीयू से ज्यादा सीटें देने की मांग
जेडीयू से सब ठीक हो जाने के बाद अब आरएलएसपी ने सीटों के बंटवारे को लेकर आवाज उठा दी है। रालोसपा की तरफ से कहा गया है कि उसे जेडीयू के मुकाबले अधिक सीटें चाहिए, साथ ही रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाह को बिहार में एनडीए का नेता बनाया जाए, जो अभी तक नीतीश कुमार को बनाया हुआ है। आरएलसपी की तरफ से इस मांग के साथ ही बीजेपी के लिए फिर से मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। रालोसपा ने कहा है कि उसे जदयू की तुलना में अधिक सीटें चाहिए क्योंकि पिछले चार सालों में उसका जनाधार मजबूत हुआ है। साथ ही उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार की जगह एनडीए नेता के रूप में प्रोजेक्ट करना चाहिए। रालोसपा ने 2014 लोकसभा चुनाव में सभी तीन की तीनों सीटें जीती थी और शायद इसी आधार पर 2019 के चुनाव को देखते हुए रालोसपा ने सीटों की मांग उठा दी है।
जेडीयू से सब ठीक हो जाने के बाद अब आरएलएसपी ने सीटों के बंटवारे को लेकर आवाज उठा दी है। रालोसपा की तरफ से कहा गया है कि उसे जेडीयू के मुकाबले अधिक सीटें चाहिए, साथ ही रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाह को बिहार में एनडीए का नेता बनाया जाए, जो अभी तक नीतीश कुमार को बनाया हुआ है। आरएलसपी की तरफ से इस मांग के साथ ही बीजेपी के लिए फिर से मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। रालोसपा ने कहा है कि उसे जदयू की तुलना में अधिक सीटें चाहिए क्योंकि पिछले चार सालों में उसका जनाधार मजबूत हुआ है। साथ ही उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार की जगह एनडीए नेता के रूप में प्रोजेक्ट करना चाहिए। रालोसपा ने 2014 लोकसभा चुनाव में सभी तीन की तीनों सीटें जीती थी और शायद इसी आधार पर 2019 के चुनाव को देखते हुए रालोसपा ने सीटों की मांग उठा दी है।
उपेंद्र कुशवाह को बिहार में एनडीए चेहरा बनाया जाए- RLSP
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए आरएलएसपी के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ने कहा है कि जदयू और भाजपा के बीच सीट शेयरिंग को लेकर काफी बातें हुई है, लेकिन रालोसपा और लोजपा को लेकर थोड़ी बहुत बातें हुई। हम जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि पिछले चार वर्षों में हमारा जनाधार काफी बढ़ गया है। इसके अलावा हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा बिहार की राजनीति के भविष्य हैं। अभी वक्त है कि उन्हें बिहार में एनडीए का चेहरा बनाया जाना चाहिए।
एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए आरएलएसपी के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ने कहा है कि जदयू और भाजपा के बीच सीट शेयरिंग को लेकर काफी बातें हुई है, लेकिन रालोसपा और लोजपा को लेकर थोड़ी बहुत बातें हुई। हम जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं क्योंकि पिछले चार वर्षों में हमारा जनाधार काफी बढ़ गया है। इसके अलावा हमारे नेता उपेंद्र कुशवाहा बिहार की राजनीति के भविष्य हैं। अभी वक्त है कि उन्हें बिहार में एनडीए का चेहरा बनाया जाना चाहिए।
2014 में तीनों लोकसभा सीटें जीती थी आरएलएसपी
जितेंद्र नाथ ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी भले ही तीन सीटों पर चुनाव लड़ी और हमारे एक सांसद अरूण कुमार साथ छोड़ दिए, इसके बावजूद वह जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने लायक है। जदयू ने लोकसभा चुनाव में मात्र दो ही सीटें जीती थी। जितेंद्र नाथ ने आगे कहा कि यह सच है कि पिछले 12 सालों में नीतीश कुमार सबसे बड़े गैर यादव ओबीसी नेता रहे हैं, लेकिन उपेंद्र कुशवाह एक बड़े सामाजिक समूह से आते हैं जिसमें ओबीसी कोईरी-कुर्मी और ईबीसी धनुक लगभग 20 प्रतिशत वोट शेयर हैं। एनडीए नेतृत्व में अभी बदलाव का समय है।
जितेंद्र नाथ ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी भले ही तीन सीटों पर चुनाव लड़ी और हमारे एक सांसद अरूण कुमार साथ छोड़ दिए, इसके बावजूद वह जदयू से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने लायक है। जदयू ने लोकसभा चुनाव में मात्र दो ही सीटें जीती थी। जितेंद्र नाथ ने आगे कहा कि यह सच है कि पिछले 12 सालों में नीतीश कुमार सबसे बड़े गैर यादव ओबीसी नेता रहे हैं, लेकिन उपेंद्र कुशवाह एक बड़े सामाजिक समूह से आते हैं जिसमें ओबीसी कोईरी-कुर्मी और ईबीसी धनुक लगभग 20 प्रतिशत वोट शेयर हैं। एनडीए नेतृत्व में अभी बदलाव का समय है।