नई दिल्लीPublished: Jun 06, 2018 05:04:38 pm
Anil Kumar
सीएम अरविंद केजरीवाल की एक गलत योजना से दिल्ली जल बोर्ड को दो वर्ष में करीब 808 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ा है।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में इन दिनों पीने के पानी को लेकर हाहाकार मचा हुआ है और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है वहीं दिल्ली जल बोर्ड को लेकर एक नया चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक खर्च की तुलना में पानी की आपूर्ति से राजस्व कम मिलने के कारण दिल्ली जल बोर्ड को दो वर्ष में करीब 808 करोड़ रुपए का घाटा उठाना पड़ा है। आपको बता दें कि जहां एक ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार मुफ्त पानी योजना को अपनी उपलब्धि बता रही है वहीं दिल्ली जल बोर्ड पर अब इसका सीधा असर दिखने लगा है। हालात इतने खराब हो गए हैं कि जल बोर्ड पानी आपूर्ति से होने वाले कमाई से अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहे हैं। हैरान करने वाली बात है कि इसके पीछे का कारण सातवें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों का वेतन बढ़ना बताया गया है। दिल्ली जल बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि इस घाटे की भरपाई के लिए पानी के दरों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी। अब फरवरी से आम लोगों के पास पानी का बढ़ा हुआ बिल ही पहुंच रहा है।