राज्यसभा में विपक्षी पार्टियों ने उठाया मुद्दा
पार्टियों ने सरकार से क्षेत्रिय भाषा में परीक्षा कराने की अपील की। इन सदस्यों का आरोप है कि सरकार हिंदी, अंग्रेजी में परीक्षा कराकर स्थानीय भाषाओं को नजर अंदाज कर रही है। जिसपर केंद्र सरकार की ओर से रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया । उन्होंने कहा कि डाक परीक्षाएं रद्द कर दी गई है। सभी स्थानीय भाषाओं में सवाल पूछे जाएंगे।
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सोमवार को भी राज्यसभा में इस मुद्दे पर हुआ था हंगामा
गौरतलब है कि अन्नाद्रमुक और द्रमुक सदस्यों ने सोमवार को शून्यकाल के दौरान केंद्र सरकार से डाकिया और अन्य पदों के लिए हुई डाक विभाग की परीक्षा रद्द करने और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हिंदी, अंग्रेजी के साथ साथ स्थानीय भाषाओं में प्रश्न पूछे जाने का मुद्दा उठाया था। इस मुद्दे पर सभापति ने सदन के नेता थावरचंद गहलोत से विचार करने को कहा था।
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सरकार स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध- रविशंकर प्रसाद
मंगलवार को फिर से यह मुद्दा राज्यसभा में गरमाया। उच्च सदन में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सरकार स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस दिशा में कई कार्य किए भी जा रहे हैं। जहां तक डाक विभाग की परीक्षा का सवाल है, तो सरकार ने फैसला किया है कि इसे रद्द की जाएगी। और क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा आयोजित की जाएगी।