मोदी सरकार के तीन मंत्रियों ने राज्य सभा से दिए हैं इस्तीफे
अमित शाह और स्मृति ईरानी गुजारत से, तो रविशंकर प्रसाद बिहार से थे राज्य सभा सांद
छह महीने के अंदर जयशंकर और पासवान को किसी एक सदन का बनना होगा सदस्य
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नई दिल्ली। देश में NDA-2 का आगाज हो चुका है। विभागों के बंटवारे के साथ ही मंत्रियों ने अपने कार्यभार संभाल लिए हैं। इनमें कुछ मंत्री ऐसे भी हैं, जो इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उन मंत्रियों को अब राज्य सभा भेजने की तैयारी शुरू हो गई है। दो नाम जो सबसे ज्यादा सुर्खियों में हैं वो हैं नवनिर्वाचित विदेश मंत्री सुब्रमण्यम जयशंकर ( Subrahmanyam Jaishankar ) और खाद्य एवं सार्वजनिक मंत्री रामविलास पासवान की।
पढ़ें- NSA अजीत डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा, 5 साल बने रहेंगे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारगुजरात से जयशंकर तो बिहार से पासवान जा सकते हैं राज्य सभाएस जयशंकर और रामविलास पासवान को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। दोनों लोकसभा चुनाव नहीं लड़े हैं, ऐसे में 6 महीने के अंदर इन्हें दोनों सदनों में से किसी एक का सदस्य बनना अनिवार्य है। लिहाजा अब दोनों को राज्य सभा भेजने की कवायद शुरू हो गई है। चर्चा यह है कि जयशंकर को गुजरात से, तो पासवान को बिहार से राज्यसभा भेजने की संभावना है। हालांकि, इसकी औपचारिक घोषणा पार्टी हाईकमान लेगी। लेकिन, जिस तरह से राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं चल रही हैं ऐसे में माना जा रहा है कि जयंशकर गुजरात तो पासवान का बिहार से राज्यसभा जाना लगभग तय है।
पढ़ें- आंध्र प्रदेशः विजय साईं की चेतावनी, चोरों को नहीं बख्शेंगे जगन मोहन रेड्डीबीजेपी के तीन मंत्रियों ने दिए हैं राज्य सभा से इस्तीफे मोदी सरकार के तीन कैबिनेट मंत्रियों ने हाल ही में राज्य सभा से इस्तीफे दिए हैं, क्योंकि तीनों ने इस बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। इस्तीफा देने वालों में गृह मंत्री अमित शाह , महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद शामिल हैं।
तीनों ने इन सीटों से जीते हैं लोकसभा चुनाव
नाम
सीट
राज्य
अमित शाह
गांधीनगर
गुजरात
रविशंकर प्रसाद
पटना साहिब
बिहार
स्मृति ईरानी
अमेठी
उत्तर प्रदेश
गौरतलब है कि पिछली सरकार में अमित शाह को छोड़कर दोनों मंत्री थे। हालांकि, तीनों राज्यसभा से सांसद थे। अमित शाह और स्मृति ईरानी गुजरात से राज्य सभा सांसद थे। जबकि, रविशंकर प्रसाद बिहार से राज्य सभा सांसद थे।
एस जयंशकर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आखिरी समय समय में कैबिनेट मंत्री में शामिल कर सबको चौंका दिया था। वहीं, अगले दिन जब विभागों का बंटवारा हुआ तो सुषमा स्वराज की जगह उन्हें विदेश मंत्री बनाया गया। जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो। दरअसल, जयशंकर सबसे लंबी 36 साल की विदेश सेवा के लिए जाने जाते हैं। मोदी सरकार पार्ट-1 में जयशंकर को विदेश सचिव बनाया गया था। जयशंकर की गिनती पीएम मोदी के बेहद करीबियों में होती है। बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब चीन का दौरा किया था तो पहली बार उनकी मुलाकात जयशंकर से हुई थी। ऐसा कहा जाता है कि पीएम मोदी जयशंकर के काम से खासा प्रभावित हुए थे।
पढ़ें- अगर आप भी पीना चाहते हैं पीएम मोदी के साथ चाय, बस ईमानदारी से भरें टैक्सरामविलास पासवान इस बार नहीं लड़े हैं लोकसभा चुनाव वहीं, केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़े हैं। एनडीए के सहोयगी दल लोजपा को बीजेपी ने बिहार में छह सीटें दी थी और पासवान को राज्य सभा भेजने की बात कही थी। इस चुनाव में एलजेपी ने छह सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, रविशंकर प्रसाद के लोकसभा चुनाव जीतने से बिहार से राज्यसभा की सीट खाली हो गई है। लिहाजा, अब बिहार से पासवान राज्य सभा जाएंगे। इसके अलावा भी कुछ ऐसे मंत्री हैं जो राज्य सभा जाएंगे।